पाकिस्तान में आज विपक्षी दलों का गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक फ्रंट बड़ी रैली करने जा रहा है। यह रैली सिंध प्रांत के हैदराबाद में होगी। डेमोक्रेटिक फ्रंट प्रधानमंत्री इमरान खान से इस्तीफे की मांग कर रहा है। उसका आरोप है कि इमरान के दौर में मुल्क तबाह हो गया है। सेना पर विपक्षी दलों की रैली में अड़ंगा लगाने के आरोप लग रहे हैं। इस पर उसने सफाई दी। कहा- हमें सियासत में न घसीटें। इमरान पहले ही इस्तीफे से इनकार कर चुके हैं। दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 10.69 करोड़ से ज्यादा हो गया। 7 करोड़ 88 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 23 लाख 35 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। महामारी से हुई मौतों को लेकर चीन के बाद अब रूस भी शक के घेरे में आ गया है। दरअसल, एक एजेंसी ने जो नए आंकड़े जारी किए हैं, उनमें रूसी सरकार द्वारा दिए गए आंकड़ों की तुलना में मरने वालों की संख्या ज्यादा है। रूस में कोविड-19 से मरने वालों का आंकड़ा उससे ज्यादा हो सकता है जो सरकार ने जारी किया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ सीनेट में मंगलवार से महाभियोग चलाने के लिए ट्रायल शुरू होगा। कार्यवाही भारतीय समयानुसार देर रात 11:30 बजे से शुरू हो जाएगी। अमेरिकी लोकतंत्र के 231 साल के इतिहास में यह पहला मौका है, जब किसी राष्ट्रपति को दूसरी बार महाभियोग का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, व्हाइट हाउस से विदा होने के बाद महाभियोग की कार्यवाही का सामना करने वाले ट्रम्प ऐसे पहले पूर्व राष्ट्रपति हैं। दुनियाभर में कोरोना महामारी फैलाने वाला चीन अब खुद इस संक्रमण से डरने लगा है। दरअसल, चीन में 12 फरवरी से 'लूनर न्यू इयर' शुरू हो रहा है। इस दौरान चीन में सरकारी छुट्टी रहती है। करोड़ों लोग नया साल मनाने के लिए ट्रैवल करेंगे। ऐसे में सरकार को कोरोना संक्रमण के कम्यूनिटी ट्रांसमिशन का डर सताने लगा है। अब चीनी प्रशासन ने इसे रोकने के लिए कड़ी गाइडलाइन जारी की है, जिसका विरोध शुरू हो गया है। पाकिस्तान में हिंदू अल्पसंख्यकों और उनके धार्मिक स्थलों की दुर्दशा को उजागर करने वाली एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि देश में हिंदू धर्म के प्रमुख स्थलों की हालत निराशाजनक है। रिपोर्ट में खेद जताया गया है कि पाकिस्तान में हिंदू और सिख धार्मिक स्थलों की देखरेख करने वाला एवेक्यू ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ईटीपीबी) अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकांश प्राचीन और पवित्र स्थलों की देखभाल में विफल रहा है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक और फैसले को पलटकर बाइडन प्रशासन इस सप्ताह संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) से एक बार फिर जुड़ने की घोषणा कर सकता है। बता दें कि तीन साल पहले परिषद से अमेरिका को अलग करने का फैसला लेकर ट्रंप दोनों के रिश्तों में कड़वाहट ला चुके हैं। बाइडन प्रशासन के इस फैसले से बहुपक्षीय संगठनों और समझौतों के संबंध में पूर्ववर्ती ट्रंप प्रशासन द्वारा लिया गया एक और निर्णय पलट जाएगा। अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बाइडन प्रशासन मानता है कि परिषद में सुधार जरूरी हैं और ऐसे में बदलाव लाने का सही तरीका यही है कि उसके साथ मिलकर सैद्धांतिक तरीके से काम किया जाए।