मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार भले ही किसानो के उत्थान के लाख दावे करे लेकिन असलियत में प्रदेश का किसान अपनी बेबसी पर जरूर आँशु बहता नजर आ रहा है जी हाँ हम बात कर रहे है खुद प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर की जहाँ किसान की फसल कुछ दिनों पूर्व तेज बारिश और ओलावृष्टि से खराब हो गई थी लेकिन प्रसाशन कोई नुमाइंदा चंदेरी गाँव के किसान सज्जन सिह की ओर अन्य किसानों की पिछले पंद्रह दिनों खराब फसलो को देखने तक नही आया है आप को जानकर आश्चत्य होगा कि किसान के खेत की गेंहू की फसल तेज हवा ओर ओलावृष्टि के करना 12 मार्च को आये तूफान में खराब हो चुकी थी इस सम्बंध में किसान ने 16 मार्च को कलेक्टर सीहोर को आवेंदन कर मुआवजे की मांग की गई थी जिसका सही सर्वे करा कर उचित मुवाबजा दिया जा सके लेकिन अभी तक जिम्मेदार अधिकारी किसान की खराब फसल ना तो निरीक्षण करने गया ओर नही सर्वे करने दरअसल 18 फरवरी 2016 में प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी ने सीहोर के शेरपुर गांव में किसानों को सम्बोधित करते हुवे बोला था कि एक किसान का भी नुकसान होगा तो उस एक उसके नुकसान का बीमा मिलेगा लेकिन आश्चर्य बात है सीहोर प्रशासन अभी तक नही जागा अब लुटापिटा आखिर बेबस किसान जाए भी तो जाये कहा किस के सामने लगाए अपने नुकसान की गुहार ।