क्षेत्रीय
22-Apr-2021

श्मशान घाट में उड़ाई जा रही कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां अस्पताल तो छोडि़ए शमशान मे उड़ रही प्रोट्रोकाल की धज्जियां , जागपूर शमशानघाट में कोरोना मृत मरीजो को खुले मे लाया जा रहा विधायक प्रदीप जयसवाल ने जिला प्रशासन पर लगाए गंभीरआरोप नहीं हो पा रही कोविड-19पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं की डिलेवरी, ट्रामा सेंटर के एक ऑपरेशन थिएटर को रिजर्व किया जाए 1 कोरोना संक्रमण को लेकर प्रशासन द्वारा की गई तैयारी और उससे निपटने के लिए जो काम किए जा रहे है वह जिले के लिए शर्मशार करने वाली जहां शासकीय अस्पतालो में कोरोना मरीजो की कोई सुनवाई नही है। भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। वही कोरोना से मृत व्यक्तियों के शव के साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। प्रोट्रोकाल की धज्जियां उड़ रही है। ईएमएस टीवी ने गुरूवार को शमशान घाट जागपूर जाकर वहां का जो मंजर देखा बड़ा ही भयावह लापरवाही की पराकाष्ठा,हद दर्जे की प्रशासनिक लापरवाही और लोगो को पाठ पढ़ाने वाले खुद प्रोट्रोकाल की धज्जियां उड़ाते हुए दिखाई दिए। अस्पताल से शव को शमशान घाट बगैर पन्नी लपेटे लाया जा रहा है। वाहन मे सवार कर्मी बगैर मास्क और पीपी किट के होते है। दाह संस्कार करने वाले कर्मी पीपी किट तो छोडि़ए मास्क भी नही लगाते है। लापरवाही तो इस हद तक हो रही है कि परिजनो को भी बगैर पीपी किट पहनाए शव के पास जाने दिया जा रहा है। 2 कोरोना महामारी की दूसरी लहर काफी खतरनाक साबित हो रही है । इस दौरान कोरोना संकम्रण का घातक ढंग से फैल रहा है । वही दूसरी ओर कोरोना संक्रमितों को आवश्यक सुविधाऐ न मिल पाने के कारण काल के गाल मे समा रहे है । इस विपदा की घडी मे शासन प्रशासन के अलावा जनप्रतिनिधी एवं सामाजिक संगठन आगे आकर इस कोरोना से मुकाबला करने के लिए हर सम्भव प्रयास भी कर रहे है । मै क्षेत्र की जनता से हाथ जोडकर माफी मांगता हूॅ कि मेरे द्वारा जन सहयोग से कोविड रिलिफ फण्ड के माध्यम से जो50 बेड का स्थानीय डॉ. आम्बेडकर भवन मे सर्व सुविधायुक्त कोविड सेन्टर प्रारंभ करने का प्रयास किया जा रहा था । उसे जिला प्रशासन ने यहां के डॉक्टर, नर्स, वार्ड ब्वाय सहित अन्य मेडिकल स्टाफ को बालाघाट बुलवा लिया है । जिला प्रशासन के असहयोग के कारण हो रहा है । उक्त बाते खनिज विकास निगम अध्यक्ष व विधायक प्रदीप जायसवाल ने तल्ख लहजे एवं दुखी मन से एक प्रेस वार्ता के दौरान कही । 3 यह आरोप-प्रत्यारोप का दौर नहीं है किंतु समस्याओं को उजागर करना भी जरूरी है सभी जिम्मेदार अपनी जान की बाजी लगाकर कोविड-१९ जैसी महामारी के दौर में पीडि़त मानवता की सेवा में लगे हुए हैं। ऑक्सीजन की कमी, मेडिसिन की कमी, चिकित्सकों की कमी एवं नर्सिंग स्टाफ की कमी से जूझते शहीद भगत सिंह शासकीय चिकित्सालय में एक नई समस्या खड़ी हो गई है। यहां कोविड-१९ गर्भवती महिलाओं की डिलेवरी नहीं हो पा रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में डिलेवरी ना होने की वजह से रिमोट एरिया की प्रसूता को जिला चिकित्सालय बालाघाट आना पड़ता है और यहां आकर गर्भवती महिला का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आ जाता है तो वे फिर पेंडुलम बन जाती है। 4 इस लॉकडाउन की वजह से गरीब तबके के अलावा खाना-बदोश की जिंदगी बसर कर रहे हैं लोग अधिक परेशान हो गए हैं। प्रतिदिन मजदूरी कर रोजी-रोटी का जुगाड़ करने वाले गरीब तबके के लोग आर्थिक तंगी के चलते भूखमरी के शिकार हो गए हैं। कुछ ऐसा ही दृश्य शहर के विभिन्न क्षेत्रों में रह रहे हैं लोगों के बीच देखने मिला। दरअसल, शहर से लगे देवटोला के पास एक मैदान में कुछ खाना-बदोश डेरा लगाए हुए है। जिनसे चर्चा की गई तो चर्चा के दौरान उन्होने बताया कि वे लोग उत्तर प्रदेश के चित्रकूट के रहने वाले हैं, जोक रोजाना छोटी मोटे कार्य कर अपने बच्चों एवं परिवार का लालन पालन करते है। लेकिन अचानक लॉकडाउन लागू हो गया जिस कारण उन लोगों का पूरा काम बंद हो गया है। 5 लांजी क्षेत्र में गौवंश की तस्करी को लेकर लगातार घटनाएं सामने आ रही है, कुछ दिनों पूर्व ही 200 से अधिक गौवंश की तस्करी मामले में जहां अज्ञात आरोपियों के खिलाफ लांजी पुलिस ने मामला दर्ज किया था तो वहीं बुधवार की रात लांजी पुलिस ने कत्लखाने ले जाए जा रहे गौवंश मामले में 2 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। 6 आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे ने बुधवार को बालाघाट शहर से लगे ग्राम गोंगलई स्थित कन्या शिक्षा परिसर छात्रावास में निर्माणाधीन 200 बेड के ऑक्सीजन सुविधा युक्त कोविड-केयर सेंटर का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों के साथ निर्माणाधीन कोविड-केयर सेंटर की व्यवस्थाओं को सुसज्जित एवं व्यवस्थित बनाने के संबंध में चर्चा की। 7 कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की निरंतर बढ़ती जा रही संख्या देखते हुए राज्य शासन द्वारा कोरोना कर्फ्यू को 30 अप्रैल तक बढ़ाये जाने का निर्णय लिया गया है। राज्य शासन के इस निर्णय के परिप्रेक्ष्य में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी दीपक आर्य ने जिले में 23 अप्रैल को सुबह 6 बजे तक प्रभावी कोरोना कर्फ्यू को 30 अप्रैल 2021 को मध्य रात्री तक बढ़ाने के आदेश दिये है।जिले के समस्त शासकीय, अर्द्धशासकीय एवं अशासकीय कार्यालय व संस्थायें बंद रहेंगें। केवल आवश्यक सेवाओं वाले विभाग जैसे राजस्व, स्वास्थ्य, पुलिस, विद्युत, दूरसंचार, नगर पालिका, पंचायत, वन, बैंकिंग संस्थान, एटीएम, डाक सेवायें इससे मुक्त रहेगी।


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