11 सितम्बर कोे जिलेभर सहित सिविल न्यायालय बुधनी में भी राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इसमें बैंक, बिजली, इंश्योरेंस के अलावा स्थानीय निकाय रेहटी, बुधनी और शाहगंज के संपत्तिकर, जलकर सहित अन्य मामलों की सुनवाई की गई। स्थानीय निकायों के विभिन्न करों से संबंधित 393 मामले लोक अदालत में रखेे गए थेे, लेकिन इनमें से कुल 41 मामलों का ही निराकरण हो सका। दरअसल इस मामले में यदि अधिकारियों द्वारा दिलचस्पी दिखाई जाती तो अच्छी खासी राजस्व की वसूली हो सकती थी। इस मामले में तहसील विधिक सेवा समिति द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा भी गया है कि स्थानीय स्तर पर शासन की ओर से प्रतिनिधित्व करने केे लिए कोई भी अधिकारीगण नेशनल लोक अदालत में उपस्थित नहीं हुआ और न ही किसी भी प्रकार का कोई सहयोग प्रदान किया गया। उच्चतम न्यायालय की संस्था राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के आदेशानुसार हर वर्ष राष्ट्रीय लोक अदालतों का आयोजन प्रदेशभर में किया जाता है। इसी कड़ी में इस वर्ष की दूसरी राष्ट्रीय लोक अदालत 11 सितंबर कोे प्रदेशभर के जिलों में रखी गई। इस लोक अदालत के माध्यम से ऐसे प्रकरणों का निपटारा किया जाता है, जो वर्षों से लंबित हैं या बहुत ज्यादा राशि वाले हैं। इन मामलोें कोे लेकर जिला विधिक सेवा समिति द्वारा कई दिनों पूर्व से ही तैैयारियां शुरू की गईं थी। लोक अदालत को लेकर लगातार बैठकों एवं जागरूकता का आयोजन भी किया गया। लोक अदालत में ज्यादा से ज्यादा ऐसे मामलों का निपटारा हो सके, इसके लिए खूब प्रचार-प्रसार भी किया गया, लेकिन प्रशासन स्तर पर अधिकारियों ने लोक अदालत में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई। यदि अधिकारी इसमें दिलचस्पी दिखाते तो ऐसे मामलों का निपटारा हो सकता था, जो वर्षों से लंबित हैं। इन प्रकरणों का हुआ निपटारा- सिविल न्यायालय बुधनी में आयोजित हुई लोक अदालत में जिला न्यायाधीश मनीष लोवंशी की कोर्ट में 46 प्रकरण, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी ठाकुर प्रसाद मालवीय की कोर्ट में 196 प्रकरण, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी कुणाल वर्मा की कोर्ट में 210 प्रकरण रखे गए। इसी तरह नगर परिषद रेहटी, बुुधनी और शाहगंज द्वारा जलकर, संपत्तिकर के 393 मामले रखे गए। इनमें से 41 मामलों केे निपटारे में 1,91,688 रूपए की राजस्व वसूली की गई। प्री-लिटिगेशन प्रकरणों में 1530 प्रकरण बैंक की ओर से रखे गए, जिनमें 79 प्रकरण निराकृत हुए और इनसे 2086300 रूपए की वसूली हुई। नेशनल लोक अदालत में तीनों न्यायालयों की समेकित राशि 58,60,639 बैैंक वसूली, 2086300 जलकर, नलकर व संपत्तिकर समेकित रूपए 191668 की वसूली की गई। ये रहे मौजूद- नेशनल लोक अदालत के शुभारंभ मौकेे पर उपस्थित अतिथियों द्वारा महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। इसके बाद लोक अदालत का शुभारंभ किया गया। नेशनल लोक अदालत में अभिभाषक संघ अध्यक्ष गिरीश कुमार यादव, सचिव मनीष परसाई, अपर लोक अभियोजक रामेेश्वर यादव, वरिष्ठ अधिवक्ता सुनील दुबे, बीआर अहिरवार, सत्येंद्र जाट, भागीरथ मीना, कैलाश मालवीय, मनीष शर्मा, शशांक तिवारी, कपिल अहिरवार ,राजू पंसारी,चन्द्रकिशोर यादव सहित अन्य लोग मौजूद रहे।