वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने फाइजर और बायोएनटेक की कोरोना वायरस वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत दे दी है। स्वास्थ्य संगठन की ओर से पहली बार किसी वैक्सीन को मान्यता दी गई है। इसी के साथ अब दुनियाभर के देशों में फाइजर की कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल का रास्ता खुल गया है। वहीं भारत भी आज कोरोना वायरस वैक्सीन के इमरजेंसी यूज को लेकर बड़ा फैसला लेगा। डब्ल्यूएचओ ने अपने बयान में कहा कि फाइजर-बायोटेक वैक्सीन पहली ऐसी वैक्सीन है, जिसे कोरोना महामारी के आने के बाद संगठन की ओर से इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत दी गई है। चीन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन का पहला मामला सामने आया है। यह जानकारी रायटर्स के हवाले से दी गई है। बता दें कि कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन ब्रिटेन में सबसे पहले सामने आया था, उसके बाद यह स्ट्रेन दुनिया के अन्य देशों में फैल रहा है। कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिलने के बाद वैज्ञानिकों और दुनिया के लोगों में खौफ और हड़कंप मचा हुआ है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ ब्रेग्जिट (ब्रिटेन का यूरोप से बाहर होना) व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर के साथ ही दोनों देश दोस्त से प्रतिद्वंद्वी बन चुके हैं। ब्रिटिश संसद ने इसे 73 के मुकाबले 521 मतों से मंजूरी दे दी। शुक्रवार से दोनों पक्ष नए सिरे से शुरुआत करेंगे। जबकि यह रिश्ता कुछ वर्षों का नहीं बल्कि 1,000 वर्षों के ताने-बाने में गुंथा है। रक्षा मामलों के विश्लेषक एचआई सटन ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि चीन ने हिंद महासागर में सी विंग (हेयी) ग्लाइडर्स नाम से जाने जाने वाले अंडरवॉटर (जल के भीतर) ड्रोन्स का एक बेड़ा तैनात किया है। ये न सिर्फ महीनों तक काम कर सकते हैं बल्कि नौसेना की खुफिया मकसद के तहत निगरानी भी कर सकते हैं। भारत ने सुरक्षा परिषद में व्यापक सहयोग की जरूरत को रेखांकित करते हुए कहा है कि अस्थायी सदस्य के तौर पर भारत अपने कार्यकाल में मानवाधिकारों और विकास जैसे बुनियादी मूल्यों को बढ़ावा देगा। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत का जोर बहुपक्षवाद पर भी रहेगा।