प्रदेश में कांग्रेस की कमल नाथ सरकार ने 100 रुपये में बिजली देकर आम आदमी को बड़ी राहत दी थी। लेकिन पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों और महंगाई से जूझ रही की जनता को अब शिवराज सरकार ने बिजली का तगड़ा झटका दिया है। सरकारी कंपनी ग्रामीण विद्युतीकरण कॉरपोरेशन ने कुछ जिलों में पावर ट्रांसमिशन का ठेका 1200 करोड़ रुपए में देश के जाने माने उद्योगपति अडाणी को दे दिया है। अगले 35 सालों तक अडाणी समूह ट्रांसमिशन लाइन के रखरखाव से लेकर संचालन का काम संभालेंगा। इसके वदले में उसे प्रदेश की वितरण कंपनियों से टैरिफ के अनुसार हर साल 250 करोड़ रुपए मिलेंगे। ये पैसा सीधे आम उपभोक्ताओं की जेब से बिजली की दर बढ़ाकर वसूला जाएगा। जिसके चलते एक महीने का बिल 13 रुपए ज्यादा आएगा। यानि उपभोक्ता को साल में लगभग 157 रुपये अतिरिक्त चुकाने पड़ेंगे। सूत्रों की माने तो अभी ट्रांसमिशन की जो क्षमता उपलब्ध है, उतनी बिजली का तो प्रदेश में उत्पादन ही नहीं है। ऐसे में निजी क्षेत्र की कम्पनी अडानी को ट्रांसमिशन का ठेका देना महंगाई की मार झेल रहे आम उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त भार डालना है