विहार के भागलपुर जिला के कहलगांव स्थित एनटीपीसी की रख जानलेवा बनती जा रही है। कहलगांव के कई गांवों में इसका असर दिखा रहा है। हवा में ज़हर के तरह घुलकर घर तक यह एनटीपीसी की राख प्रवेश कर रहा है। दरससल नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन का एश डेक पूरी तरह से भर गया है। एश डेक में जमा कोयले का राख आसपास के गांवों में फैल रहा है. तेज हवा के साथ उड़कर यह राख लगभग 5 किलोमीटर दूर तक गाँव पहुँच जाती है ,जिससे एश डेक के समीप बसे एकचारी, मजदाहा, कटोरिया सहित कई गाँव के लोगों के स्वास्थ्य पर इसका बुरा असर पड़ रहा है। लोगों की आंखे ख़राब हो रही है वे टीवी जैसी खतरनाक बीमारी के शिकार हो रहे हैं। साथ ही बुजुर्गों को सांस लेने में परेशानी होती है। आसपास के खेतों में लगे फसलों पर भी इसका असर दिख रहा है। समय से पहले ही फसल पक जा रहा है और उत्पादन भी कम हो रहा है।एनटीपीसी की ऐश हवा में घुल कर यह जहर लोगों के रसोईघर तक पहुंच रहा है। लोग खाना को कपड़े और बोरे से ढक कर रखते हैं। घर से बाहर कपड़ा सुखाने पर कोयले का राख चिपक जाती है।अगर समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो NTPC के समीप कई गाँव जानलेवा बीमारी की चपेट में आ जायेगा।