1 गढ़वाल समाज की पंजीकृत समिति को भरवेली में मंगल भवन के लिए 14 लाख की राशि 2014 में स्वीकृत की गई थी लेकिन इस मंगल भवन के निर्माण के दौरान जहां इंजीनियर की मिली भगत से 14 लाख की राशि का भ्रष्टाचार किया गया वहीं निर्माण के दौरान प्रथम चरण में ही 1180 मजदूरों से निर्माण कार्य करवाकर राशि भी खर्च कर ली गई है जबकि इस भुगतान का मास्टर रोल ही नहीं दिखाई दे पा रहा हैं। निर्माण कार्य के दौरान हुए भ्रष्टाचार की हद तो ये है की एक मॉयल कर्मचारी रामेश्वर वड़ाडे को भी मजदूर बना दिया गया है। यहां उसके खाते में दो बार लेबर पैंमेंट किया गया है जिसकी राशि 91 हजार रुपए है 2 जिले में समर्थन मूल्य पर खरीदी गई धान को वारासिवनी गर्रा,कटंगी, तथा डोंगरिया सहित अन्य स्थानों पर ओपन केप में भण्डारित किया गया है। गौरतलब है कि प्रदेश में सर्वाधिक धान उत्पादक बालाघाट जिले में 200 करोड रूपये कीमत के 32 लाख क्विंटल धान खुले आसमान के नीचे सुरक्षा के पर्याप्त उपाय ना किये जाने तथा विभागीय लापरवाही के चलते बेमौसम बारिश के कारण गीला होकर बर्बाद हो गया। जिस पर राईस मिलर्स द्वारा ऐसी बदबूदार तथा गीली धान लेने से मना किये जाने पर डीएमओ अर्पित तिवारी के द्वारा यह कहा जा रहा है की कलेक्टर का आदेश है धान उठाना पडेगा। जिसके कारण राईस मिलर्स को जबरिया धान उठानी पड रही है। 3 मध्यप्रदेश कर्मकार मंडल योजना की हितग्राही महिला से अनुग्रह राशि देने के लिए एक लाख रुपये की रिश्वत मांगने वाले पंचायत समन्वय अधिकारी नीलकंठ बिसेन को कलेक्टर दीपक आर्य ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। बालाघाट विकासखंड के ग्राम खुरसोड़ी की महिला पार्वती बाई नागपुरे का मध्य प्रदेश कर्मकार मंडल योजना के अंतर्गत श्रमिक कार्ड बना हुआ है। पार्वती बाई के पति पीतम लाल नागपुरे की 14 सितंबर 2019 को मृत्यु हो जाने के कारण पर्वतीबाई को योजना के अंतर्गत 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि स्वीकृत की गई थी। लेकिन पंचायत समन्वय अधिकारी नीलकंठ बिसेन ने पार्वती बाई से इस प्रकरण की जांच के नाम पर एक लाख रुपये की राशि मांगी जा रही थी। पार्वती बाई द्वारा नीलकंठ बिसेन को 15 हजार रुपये की राशि देने के बाद भी योजना के 2 लाख रूपये नहीं दिलवाये। पार्वती बाई के दामाद द्वारा अपने मोबाइल में इसकी रिकॉर्डिंग भी की गई है। तथ्यों के आधार पर कलेक्टर ने पंचायत समन्वय अधिकारी नीलकंठ बिसेन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। 4 पर्यावरण एवं वन्य जीव संरक्षण तथा संवर्धन के लिए कार्यरत सेवा संस्था गोंदिया के द्वारा जिले में सारस पक्षियों के गणना का कार्य किया। सारसों के लिये बालाघाट की आबोहवा और मौसम अनुकूल होने के कारण हजारों किलोमीटर की यात्रा कर ये पक्षी यहा पहुंचते है और प्रजनन काल पूर्ण होने के बाद पुन: लौट जाते है। सेवा संस्था गोंदिया के द्वारा बालाघाट और गोंदिया में सारसो की गिनती की गई। इस दौरान बालाघाट टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल, वन विभाग एवं वन्य प्राणी संरक्षण एवं संवर्धन से जुड़े कृषक एवं स्वयंसेविया ने 13 से 18 जून तक बालाघाट और गोंदिया जिले में क्रमश: 23 और 21 टीमों के द्वारा जिले में सारस की गणना की गई। कलेक्ट्रेट कार्यालय में कलेक्टर दीपक आर्य ने शनिवार को सारस गणना के परिणामों को घोषित किया गया, जिसमें बालाघाट जिले में 58 सारस पाये वहीं गोंदिया जिले में लगभग 47 की गणना की गई। 5 बालाघाट के ग्राम गर्रा में स्थित वेयर हाउस के लगभग 200 कर्मचारी पिछले 3 दिनों से अपने 2 माह के वेतन का भुगतान न हुए जाने को लेकर ठेकेदार के आवलझारी स्थित घर का घेराव कर धरने पर बैठे है। जिसको लेकर प्रशासन निरन्तर निष्कर्ष निकालने के लिए संघर्षरत थे। आज सक्षम अधिकारी , तहसीलदार की मौजूदगी में ठेकेदार एवं श्रमिको का नेतृत्व कर रहे संघ के जिला उपाध्यक्ष अनिमेष खरे के बीच बैठक हुई जिसमें ठेकेदार द्वारा बचा एक माह का वेतन 1 से 7 जुलाई के बीच भुगतान करने औऱ बंद हुई फैक्ट्री को जल्द ही शुरू करवाने की बात कही गई । 6 जिले में दो और कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए है। 19 जून को देर रात्रि में आईसीएमआर लैब जबलपुर से 35 सैंपल की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इसमें से दो रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। कोरोना पॉजिटिव पाए गये व्यक्ति कटंगी तहसील के परसवाड़ा के निवासी हैं और वे उल्हासनगर मुंबई से आए हैं। 5 लोगों का परिवार उल्हासनगर मुंबई से परसवाड़ा पहुंचा था और उन्हें महकेपार के क्वेरंटाईन सेंटर में रखा गया था। इनमें से 55 साल के एक व्यक्ति और 20 साल की एक बालिका की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने पर उन्हें उपचार के लिए डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर गायखुरी बालाघाट में भर्ती करा दिया गया है। इस प्रकार बालाघाट जिले में वर्तमान में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 6 हो गई है। इस प्रकार अब तक बालाघाट जिले में कुल 17 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए जा चुके हैं।