भोपाल एक्सप्रेस 1.मध्यप्रदेश में अघोषित बिजली कटौती से जनता त्रस्त है । प्रदेश के अनेक जिलों में कई कई घंटों तक अघोषित बिजली कटौती जारी है । इतना ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में हालात बद से बदतर हैं । अघोषित बिजली कटौती को लेकर पूर्व ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर पत्रकार वार्ता आयोजित की इस दौरान उन्होंने ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर सहित शिवराज सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए । और उन्होंने प्रदेश में कोयले की कमी को गिनाते हुए पावर प्लांटों की हालत को बताया । 2.मिशन 2023 भले ही अभी दूर हो लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ चुनाव जीतने के लिए संगठन की मजबूती में जोर शोर से लगे हैं इसी कड़ी में उनके द्वारा ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव वाले क्षेत्र ग्वालियर चंबल में बड़ी बैठक करने जा रहे हैं इस बैठक में खुद कमलनाथ वहां के कद्दावर नेताओं से बात करके उनकी समस्याओं को दूर करेंगे और ग्वालियर चंबल क्षेत्र में व्याप्त समस्याओं को उजागर करने के लिए नेताओं से जन अभियान यात्राएं निकालने के निर्देश दिए जाएंगे । 3.राजधानी भोपाल भले ही स्मार्ट सिटी और मेट्रो सिटी की ओर बढ़ रहा हो लेकिन यहां की सड़कें बद से बदतर स्थिति में है । आलम यह है कि राजधानी के जिंसी चौराहा स्थित स्लाटर हाउस के पास "गड्ढों में सड़क यह सड़क में गड्ढे " पता ही नहीं चलता । तस्वीरों में आप साफ तौर पर देख सकते हैं कि यहां सड़क तालाब में तब्दील हो चुकी हैं । जनता की समस्याओं को देखते हुए कांग्रेस नेता मुनव्वर कौसर अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे । और शासन प्रशासन से इस सड़क को जल्द से जल्द ठीक कराने की मांग की । उन्होंने बताया कि यह सड़क विगत 1 महीने से ऐसी स्थिति में है । और कई वाहन चालक इन गड्ढों में गिर चुके हैं जिससे उन्हें चोटें भी आई हैं । कौसर ने प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर 3 दिनों के अंदर सड़क ठीक नहीं हुई तो फिर वह निर्वस्त्र होकर विरोध प्रदर्शन करेंगे । जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी । 4.भीषण गर्मी के बीच राजधानी भोपाल में पेयजल व्यवस्था ठीक नहीं है । भोपाल के अनेक वार्डों में रहवासी पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं । इतना ही नहीं कई वार्डों में रहवासीयों को घंटो तक पानी के लिए लाइन में लगे रहना पड़ता है । और अपने जरूरी काम छोड़कर सिर्फ पीने के पानी के लिए जद्दोजहद करनी पड़ती है । गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शहरी क्षेत्रों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर जल पहुंचाने की बात कही गई है लेकिन जब राजधानी भोपाल में ही पेयजल व्यवस्था की यह हालत है तो बाकी जगहों पर स्थिति क्या होगी इसका अंदाजा लगा सकते हैं ।