एमपी में पूरे तामझाम से पिछले महीने शुरू की गई दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना में गड़बड़ियां सामने आने लगी है। इसकी आन लाईन व्यवस्था में भोजन करने वाले हितग्राही के नाम पर काउंटर से दस रुपये देने पर एक मैसेज आता है। उसके आधार पर कूपन मिलता है। इसके आधार पर उसे खाना मिलता है।लेकिन इस योजना में खामियां नजर आने लगी है। सागर में तीन स्थानो पर संचालित कर रही स्वंयसेवी संस्था द्वारा बिना अनुमति के ही लोगों के मोबाईल नंबरों का अनाधिकृत उपयोग किया जा रहा है । जिन लोगो ने कभी खाना यहां नही खाया उनके मोबाइल फोन पर रोजाना मेसेज आ रहे है। ताजा मामला कलेक्ट्रेट परिसर में एक चाय वाले का है। राजेश चौरसिया को उसके नाम पर और उसके पिता स्वस्र्गीय राजाराम चौरसिया के नाम पर पिछले पंद्रह दिनों से मेसेज आ रहे है। उसका यही नम्बर बैंक में भी दर्ज है। इस कारण वह परेशान हो गया इसकी शिकायत नगर निगम में की। नगर निगम ने इसकी जांच शुरू कर दी है।