बुरहानपुर जिले के नेपा नगर के घाघराला ग्राम में वन भूमि पर अतिक्रमण करने वाले आदिवासियों को प्रशासन के द्वारा खदेड़े जाने का आदिवासियों ने जमकर विरोध किया है उनका कहना है कि वह 2005 से पूर्व यहां पर निवास कर रहे हैं इसके बाद भी वन विभाग और जिला प्रशासन के द्वारा जिस बर्बरता के साथ उनके घरों को उजाड़ कर जलाया गया है जिसमें उनके गृहस्ती का सारा सामान और अनाज जलकर खाक हो गया है यहां आदिवासी कड़ - कड़ाती ठण्ड में छोटे बच्चों के साथ में जंगलों की खाक छान रहे हैं वह इस की घोर निंदा करते हैं उन्होंने जिला प्रशासन और सरकार से मांग की है कि वह उन्हें जहर लाकर दे दे ताकि हमारा और जिला प्रशासन का दोनों का टेंशन समाप्त हो जाए हम जीते जी इस भूमि से नहीं हटेंगे आदिवासियों के कड़े रुख के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है जहां एक और जिला प्रशासन घाघरला की वन भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराना चाहता है वहीं आदिवासियों के कड़े रुख ने प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं