1 जबलपुर जिले में ऑक्सीजन की किल्लत दूर करने के दावे बेमानी साबित हो रहे हैं। विक्टोरिया अस्पताल में पिछले 18 घंटों में 15 संक्रमितों ने दम तोड़ दिया। मृतकों में दंपती और 22 वर्षीय युवक शामिल हैं। सभी को सांस लेने में तकलीफ थी और ऑक्सीजन सप्लाई से प्रेशर गायब था। मौतों का मंजर देख परिजन अपने स्तर से ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम कर रहे हैं। मेडिकल कॉलेज में मंडला से रेफर मरीज को चार घंटे तक भर्ती नहीं किया जा सका और उसने एम्बुलेंस में ही दम तोड़ दिया। 2 जिला प्रशासन द्वारा निजी अस्पतालों को प्रतिदिन उपलब्ध कराये जा रहे रेमडेसीवीर इंजेक्शन जानकारी आम नागरिकों को प्रचार माध्यमों के जरिये दी जायेगी । कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने यह जानकारी देते हुये बताया कि निजी अस्पतालों को उपलब्ध कराये जा रहे रेमडेसिविर इंजेक्शन की जानकारी पब्लिक डोमेन में डालने मुख उद्देश्य इसकी वितरणए उपलब्धता और उपयोग में पारदर्शिता सुनिश्चित करना है । 3 रविवार को जिला कलेक्टर ने निजी अस्पतालों के संचालको की एक आवश्यक बैठक बुलाई। इस बैठक में अस्पतालों में बैड की संख्या बढ़ाने के साथ चिकित्सीय और आक्सीजन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। मरीजों के एडमिशन और डिस्चार्ज पॉलिसी को सख्ती से लागू करने के साथ ही कोविड केयर सेंटर की व्यवस्थाओ पर चर्चा की। जिला कलेक्टर ने निजी अस्पतालों के संचालको से कहा कि ऑक्सीजन की वर्तमान सप्लाई सिस्टम को कम नहीं होने देंगे बल्कि बिस्तरों की संख्या बढ़ाएं और ऑक्सीजन उपयोग का सेल्फ ऑडिट कर ले ताकि ऑक्सीजन का दुरुपयोग तो नहीं हो रहा है। इस दौरान संक्रमितमरीजों के भर्ती व डिस्चार्ज को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए ताकि दूसरे मरीजों को जगहमिल सके। 4 जबलपुर में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढने के बाद अब पुलिस को लॉक डाउन तोडने वालो पर सख्त कार्यवाही की आदेश मिले है। डीजीपी ने रविवार को संभाग के पुलिस अधिकारियो से विडिओ कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना संक्रमण के दौरान पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाही के सम्बन्ध में जानकारी ली। जिले के पुलिस अधिकारीयों को डीजीपी ने निर्देश दिए है की लॉक डाउन का पालन न करने वालो पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए ताकि कोरोना के बढ़ते प्रभाव को कम किया जा सके। 5 जबलपुर में निजी अस्पतालों के द्वारा कोरोना मरीजों के इलाज में लापरवाही बरतने का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा हैण्ण्ण् इस तरह के मामले रोज सामने आ रहे हैंण्ण्ण् ताजा मामला रविवार की सुबह का है जब शुभम हॉस्पिटल में इलाज करा रहे एक कोरोना संक्रमित मरीज की अचानक मौत हो गईण्ण्ण् अस्पताल प्रबंधन ने मरीज के परिजनों को इस बात की सूचना भी नहीं दी जिससे मरीज की लाश चार घंटे तक आई सी यू मे पड़ी रही जिससे अन्य मरीज घबरा गएण्ण्ण् मरीज के परिजन जब पीपीई किट पहन कर आईसीयू के अंदर दाखिल हुए और मरीज के पास पहुंचे तब देखा तो उसकी मौत हो चुकी थीण्ण्ण्ण् आईसीयू के अंदर अस्पताल का स्टाफ भी मौजूद नहीं था इस पर परिजनों ने जमकर हंगामा कियाण्ण्ण् 6 जबलपुर करीब एक पखवाड़े से ऑक्सीजन की किल्लत से शहर में हाहाकार मचा हुआ है इसकी कमी के चलते कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं मानवता पर आए संकट को देखते हुए राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तंखा के प्रयासों से जबलपुर को दो ऑक्सीजन टैंकर मिले हैं 34 टन क्षमता वाले दोनों टैंकर में से एक मेडिकल कॉलेज और एक आर्मी हॉस्पिटल को सौंपा जाएगा पूर्व वित्त मंत्री विधायक करण भनोट ने राउरकेला से पहुंचे इन टैंकरों को रिसीव किया उन्होंने उम्मीद जताई है इस वजह से अब अब कोरोना मरीजों की जान की हिफाजत हो सकेगी 7 मध्यप्रदेश सरकार कोरोना से निपटने में पूरी तरह से असफल साबित हो रही है लोगो को इंजेक्शन नही मिल रहे हैएजिनके पास रुपयें है वो ब्लैक में इंजेक्शन खरीद रहे है पर एक आम आदमी को इंजेक्शन के लिए जद्दोजहद करना पड़ रहा हैएमध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की नाकामी को अब उनकी ही पार्टी के एक कार्यकर्ता ने जगजाहिर किया हैण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्भारतीय जनता पार्टी के नुनसर मंडल अध्यक्ष अजय पटेल ने सीएम के खिलाफ अपना आक्रोश सोशल मीडिया में उतारा हैएमंडल अध्यक्ष अजय पटेल ने सीएम को अपनी फेसबुक वाल पर निकम्मा मुख्यमंत्री लिखा हैएउंन्होने लिखा है कि भाजपा का एक कार्यकर्ता होने के बाद भी इस तरह के शब्द लिखने को मजबूर हूँ और वो इसलिए क्योंकि मैंने अपनो को अपनी आँखों के सामने मरते हुए देखा हैण्ण्ण् 8 पूर्व वित्तमंत्री कांग्रेस विधायक तरुण भनोत ने रविवार को कलेक्टर की जमकर क्लास लगाई। दरअसल कलेक्टर अस्पताल संचालकों की बैठक ले रहे थे। तरुण भनोत रेडकास को 5 लाख रुपए और राज्य सभा सांसद विवेक तन्खा के साथ मिलकर 32 टन लिक्विड ऑक्सीजन ओडि़शा से मंगवा कर देने संबंधी जानकारी देने पहुंचे थे। वहां कलेक्टर द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर किए जा रहे दावे पर वे बिफर गए। बोले कलेक्टर साहब क्या झूठ परोस रहे हैं। हमारे बगल में ही एक व्यक्ति की ऑक्सीजन न मिलने से मौत हो गई और आप हैं कि बेहतर व्यवस्थाओं का ढिढोरा पीट रहे हैं। जानकारी के अनुसार कलेक्टर और विधायक में इसी बात को लेकर बहस भी हो गई। इस बैठक में कलेक्टर और विधायक की इस तककार का वीडियो वायरल हो गया। इस वीडियो में विधायक तरुण भनोत काफी गुस्से में दिख रहे हैं और कलेक्टर के दावे पर आईना दिखा रहे हैं। विधायक ने भरी बैठक में कलेक्टर की क्लास लगा दी। 9 कोरोना कोहराम के बीच में एक सुकून देने वाली खबर आई है। कोरोना संक्रमित महिला ने एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया। हालांकि जन्म के बाद उसे मां से अलग रखा गया है। ऐसा एहतियातन किया गया है। डिलीवरी से पहले महिला को शहर के कई अस्पतालों में भटकना पड़ा। आखिरकार डॉक्टरों ने पीपीई किट पहनकर महिला की डिलीवरी कराई। 10 आधे शहर में इन दिनों मटमैले पानी की आपूर्ति होने से लोग परेशान हैं। इन दिनों जहां हिन्दू धर्मावलंबियों का नवरात्र पर्व चल रहा है वहीं मुस्लिम धर्मावलंबियों का पवित्र माह रमजान भी चल रहा है। दोनों धर्म के अनुयाई अशुद्ध पेयजल की आपूर्ति से त्रस्त हैं। इस समस्या से शहर के जिम्मेदार कतई अंजान हैं और उनकी नजर में पूरे शहर में शुद्ध पेयजल की ही आपूर्ति हो रही है। शहर के सरस्वती कॉलोनीए पंजाब बैंक कॉलोनीए दमोहनाकाए शिवनगरए सिद्धबाबाए शीतलामाईएकांचघरएबाबूराव परांजपे वार्डए देवतालएचैहानीएस ूपातालएछुई खदानए वीरेन्द्रपुरी वार्डएरानी दुर्गावती वार्डएबल्देवबाग आदि क्षेत्रों में प्रतिदिन सुबह और शाम को मिलने वाला पानी मटमैला आता है। इसे पीने में लोग डर रहे हैं। ण् 11 कोरोना से स्वस्थ होने पर आज अठारह अप्रैल को 660 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया हैए वहीं 2914 सेम्पल की प्राप्त परीक्षण रिपोर्ट्स में कोरोना के 877 नये मरीज सामने आये हैं । आज स्वस्थ हुये 660 व्यक्तियों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना के संक्रमण से मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 21 हजार 462 हो गई है और रिकवरी रेट 81ण्95 प्रतिशत हो गया है ।