9 वेंटिलेटर के भरोसे बालाघाट कोरोना संक्रमण काल में बालाघाट जिला चल रहा 9 वेंटिलेटर के भरोसे कोरोना मरीजों के लिए विधायक प्रदीप जायसवाल ने 5 आक्सीजन मशीन एवं एक हजार पीपीई किट की प्रदान 4 ट्रांसफार्मर जलने से 150 एकड़ खेत पानी के लिए तरसे, लो-वोल्टेज से जूझ रहे ग्रामीण 1 हजारो की संख्या में संक्रमित हो चुके मरीजो के लिए बालाघाट में सिर्फ 9 वेंटिलेटर है। जो कि जिला चिकित्सालय मे प्रथम दिन से ही फुल है। इससे यह आप आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि गंभीर रूप से संक्रमित मरीजो का कैसे ईलाज संभव है। इसी तरह जिला चिकित्सालय मेें 120 और पूरे जिले मे आक्सीजन बेडो की संख्या जोड़ ली जाए तेा भी 250के अंदर ही होगी। इससे यह स्पष्ट है कि बालाघाट अभी संक्रमण से लडने पूरी तरह सक्षम नही है। पूरी तरह सक्षम नही है। 2 मध्यप्रदेश खनिज विकास निगम के अध्यक्ष व विधायक प्रदीप जायसवाल ने कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए सिविल अस्पताल वारासिवनी पहुँचकर 5 ऑक्सीजन मशीन व एक हजार पीपीई कीट सिविल अस्पताल को सौंपी। इस दौरान वारासिवनी एसडीएम श्री संदीप सिंह एवं बीएमओ डॉ रविन्द्र ताथोड़ भी मौजूद थे। इस दौरान उन्होने बताया कि 10 से 15 ऑक्सीजन मशीनें शीघ्र ही वारासिवनी के इस सिविल अस्पताल को उपलब्ध करायी जायेगी। 3 गर्मी का मौसम आते ही क्षेत्र में ट्रांसफार्मर जलने की समस्या बढ़ने लगी है और ऐसे में पेयजल से लेकर खेती में सिंचाई के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल लांजी तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम बड़गांव में ट्रांसफार्मर जलने के कारण ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है किसानों ने बताया कि ग्राम के सभी किसानों की लगभग 150 एकड़ जमीन की सिंचाई नहीं होने से खेती सूख रही है तो वहीं पेयजल की समस्या और गर्मी से खासे परेशान है। 4 कोरोना काल की इस आपदा के समय अवसरवादी मरीज व उसके परिजनों को लूटने में बाज नहीं आ रहे है। निजी अस्पतालों में डॉक्टरों द्वारा कोरोना जांच के नाम पर अधिक शुल्क लिया जा रहा है वहीं एंबुलेंस संचालकों द्वारा मरीजों को गोंदिया, नागपुर सहित ग्रामीण अंचलों से जिला मु यालय लाने तीन गुना किराया लिया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों को सिटी स्केन कराने निजी अस्पताल में ले जाने महज दो से तीन किलोमीटर का 700से लेकर 1 हजार रुपए तक वसूले जा रहेहै. जबकि जिला अस्पताल में सिटी स्केन मशीन लगने को लेकर दिस बर माह से ही कवायद प्रारंभ हो गई थी। कलेक्टर व स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा भी जिला अस्पताल में फरवरी से मार्च माह तक सिटी स्केन मशीन प्रारंभ होने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन आज तक जिला चिकित्सालय मे सीटी स्केन मशीन नही लग पाई है। 5 जगत जननी मां आदिशक्ति की पूजा उपासना का पर्व चैत्र नवरात्रि के अष्टमी के दिन मंगलवार को मां दुर्गा के नौ रूपों में आज महागौरी की विधि-विधान से पूजा अर्चना की गई। नगर के प्रमुख माता मंदिर मां कालीपाट मंदिर में चैत्र नवरात्रि के अवसर पर गत वर्षानुसार इस वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते सामूहिक ज्योति कलश व जवारा की स्थापना की गई मंदिर के पुजारी व समिति के सदस्यों द्वारा मातारानी की पूजा आराधना की जा रही है। जय स्तंभ चैक स्थित मां त्रिपुर सुंदरी मंदिर में भी पूजा अर्चना कर अष्टमी पूजा की गई व मातारानी को अठवाई चढ़ाई गई। दूसरे दिन बुधवार नवमी को कोरोना के चलते मंदिर प्रांगण में ही विधि-विधान के साथ ज्योति कलश व जवारा विसर्जन किया जाएंगा। 6 राज्य मंत्री रामकिशोर कांवरे ने बैठक में सभी अधिकारियों एवं चिकित्सकों से कहा कि शासन प्रशासन कोरोना मरीजों के उपचार के लिए अधोसंरचना, दवायें, उपकरण, आक्सीजन एवं अन्य जरूरी सुविधायें उपलब्ध कराने में जुटा हुआ है। बालाघाट जिले में कोविड के मरीजों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है। लेकिन इतना सब होने के बाद भी डाक्टर्स एवं पैरामेडिकल स्टाफ कोरोना संक्रमित मरीजों की ठीक से देखभाल न करें और उन्हें सही उपचार न दे सकें तो यह एक चिंतनीय स्थिति है। डाक्टर्स एवं स्वास्थ्य विभाग का अमला आपदा एवं महामारी की ऐसी कठिन परिस्थितियों में ठीक से काम नहीं करेंगें तो उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। 7 वन्यप्राणियों के लिए वनक्षेत्र का सघन घनत्व लांजी क्षेत्र में देखने को मिलता है लेकिन वनों की कटाई से लेकर जंगली क्षेत्र में इंसानो की चहलकदमी के चलते या सैर करते हुए वन्यप्राणी यदाकदा रहवासी क्षेत्र में चले आते है हालांकि क्षेत्रवासियों में वन्यजीवों के प्रति सहानुभूति और करूणा साफ दिखाई पड़ती है मंगलवार को ऐसा ही मामला लांजी तहसील मुख्यालय अंतर्गत मोहझरी में देखने को मिला जब एक जख्मी हिरण का बच्चा अपनी जान बचाते हुए एक ग्रामीण के घर में जा घुसा, तो वहीं ग्रामीण द्वारा सहानुभूतिपूर्वक शरण देकर उसे जीवनदान प्रदान किया गया। 8 बालाघाट जिले की वारासिवनी तहसील के ग्राम डोंगरमाली के निलेश पानेकर की धर्मपत्नी वंदना पानेकर एम.जी.एम. मेडिकल कालेज इंदौर के सबसे बड़े कोविड सेंटर हॉस्पिटल मे अपने दो वर्ष के पुत्र और अपने परिवार को छोड़कर कोविड हॉस्पिटल मे कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार में अपनी सेवा दे रही है। वंदना पानेकर की लगन और जज्बा अन्य लोगों के लिए भी कोरोना संक्रमित मरीजों की सेवा करने की प्रेरणा दे रहा है।