थाने में NSUI नेताओं ने की गुंडागर्दी पुलिस के विरोध में गांधीगीरी करने पहुंचे पूर्व महासचिव को जिलाध्यक्ष ने लात-घूसों से पीटा पुलिस ने नहीं दिखाई सख्ती मध्यप्रदेश के जबलपुर के सिविल लाइन थाना परिसर में NSUI के अध्यक्ष ने सरेआम गुंडागर्दी की। अध्यक्ष ने पुलिस के सामने थाने में अपने ही संगठन के पूर्व महासचिव को लात-घूसों से पीट डाला। आरोपी अध्यक्ष पुलिस के सामने ही उसे पीटता रहा। पूर्व महासचिव अंशुल सिंह ठाकुर कोरोना महामारी के दौरान महंगाई और आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों का पुलिस द्वारा बनाए जा रहे चालान वाली कार्रवाई का विरोध करने पहुंचा था। उसने गांधीगीरी तरीके से पुलिस को फूल भेंट कर चालानी कार्रवाई रोकने संबंधी ज्ञापन सौंप रहा था, तभी NSUI के जिलाध्यक्ष विजय रजक और उसके साथी पहुंच गए और जिला महासचिव के पद से पूर्व में निष्कासित किए जाने की बात पर मारपीट करने लगे। थाना परिसर में NSUI पुलिस वालों के सामने ही अंशुल को लात घूसो से पीटते रहे। NSUI अध्यक्ष और आरोपी विजय रजक ने संगठन के नाम पर वसूली करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अंशुल को 2019 में ही संगठन से निष्कासित कर दिया गया है। इसके बावजूद वह संगठन का नाम लेकर और धरना-प्रदर्शन और ज्ञापन की धमकी देकर अधिकारियों को ब्लैकमेल करता है। हालांकि सिविल लाइंस पुलिस ने पीड़ित अंशुल ठाकुर की शिकायत पर विजय रजक, देवेंद्र काछी और शुभांशु कन्नौजिया के खिलाफ मापीट, धमकी देने का प्रकरण दर्ज कर लिया है। उधर विजय रजक ने भी थाने में अंशुल की शिकायत की है।