मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध शक्ति पीठो में से एक सलकनपुर स्थित माँ विजयासन देवी धाम में भक्तों के लिए कोई इंतजाम नहीं है। कहने को तो करोड़ों का विकास हुआ है। करोड़ो रुपए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी मंदिर के लिए दिए, पर ये राशि सिर्फ व्हीआईपी व्यवस्था और मंदिर तक ही सीमित रही। सलकनपुर में नीचे बनी धर्मशाला का निर्माण भी यूं यो आम लोगों के लिए किया गया था, लेकिन अब ये धर्मशाला व्हीआईपी बन गई है। यहाँ पर 400 से लेकर 1000 रुपये तक कमरों का किराया है। यहां पर 400 रुपए में नॉन एसी और 600 रुपए में एसी कमरे उपलब्ध है। इसी तरह से यहाँ बने हाल का किराया 1000 रुपए है, जिसमें एक साथ 25 लोग रुक सकते हैं। नवरात्री में पैदल यात्री अधिक संख्या में आते हैं। खासकर अवकाश वाले दिन बड़ी संख्या में भक्त पहुँचते हैं। सबसे बड़ी मुसीबत का कारण धर्मशाला में सिर्फ 3 शौचालय हैं। एक नया काम्प्लेक्स धर्मशाला के सामने बनकर तैयार है, लेकिन समिति की हठधर्मिता के कारण उसमें ताला लगा है। दूसरा शौचालय मेला ग्राउंड में है, जिसे रात को ही महिलाओं के लिए बंद कर दिया गया। उसमें वेस्टर्न सीटें ज्यादा है जिससे साधारण यात्रियों को परेशानी होती है। ऐसा ही धर्मशाला में पानी के लिए सिर्फ तीन नल उपलब्ध हैं और लाखों की संख्या में लोग रोज पहुंच रहे हैं। 3 शौचालय से क्या लाखों लोगों को सुविधा मिल सकती है क्या सभी स्नान कर दर्शन के लिए जाना होता है। बहुत बड़ी विडंबना है मुख्यमंत्री शिवराज जी के क्षेत्र की विधानसभा में स्थित सलकनपुर में भक्तों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसी ही स्थिति मंदिर के ऊपर भी है। भक्तों के रुकने के लिए कोई सुविधा नहीं है और दर्शन करके उनको तुरंत नीचे उतार दिया जाता है।