क्षेत्रीय
16-Apr-2021

1 उखड़ती सांसों को नहीं मिल पा रही जिंदगी बचाने की ऑक्सीजन 2 मुलना स्टेडियम में बनकर तैयार हुआ 80 बेड का कोविड अस्पताल 3 आदिवासियों को कोरोना से ज्यादा राशन पानी की चिंता, 4 दिन का बचा राशन लॉकडाउन बढ़ेगा तो होगी परेशानी 1 मरीजों की सांसें उखड़ रही हैं। ऑक्सीजन मिल जाए तो उनकी जिंदगी बच सकती है। लेकिन हालात इतने बदतर हो गए हैं कि ऑक्सीजन का स्तर 60 फीसद होने पर भी मरीजों को निजी और सरकारी अस्पतालों में बिस्तर नहीं मिल पा रहे हैं। उधर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग बैड और आक्सीजन की कमी नही होने की बात कह रहा है। लेकिन दिनों दिन मौतो के आकड़ो को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि बाहरी तौर से केवल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अपनी वाहवाही लूटने के लिए बाहरी तौर पर केवल अस्पताल को अच्छा बता रहे है लेकिन अंदर मे कोविड के भर्ती मरीजो के साथ क्या हो रहा है यह किसी को मालूम नही है। जिसका नतीजा आज सामने यह आया कि एक ओर आक्सीजन नही है और बैडो की कमी तो दूसरी ओर शमशान मे मुर्दो को जलाने के लिए वेटिंग शुरू हो गई है। हालांकी इस बारे में मृतको के परिजनो ने सामने आकर जानकारी दी। वही दूसरी ओर यह भी बताया गया कि विगत माह से अस्पताल से ही आक्सीजन स्टोर्स से ही आक्सीजन की कालाबाजारी का पूरा गोरखधंधा का खेल चल रहा था। जिसकी भनक आज तक मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी से लेकर सिविल सर्जन तक को नही होने के कारण बिना आक्सीजन के ही एक दर्जन से अधिक मरीजो को मौत के मुंह मे सुला दिया गया। 2 बालाघाट जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की निरंतर बढ़ती जा रही संख्या को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन तत्परता के साथ कोविड मरीजों के उपचार की सुविधाओं में विस्तार कर रहा है। इसी कड़ी में मुलना स्टेडियम बालाघाट के कराते प्रशिक्षण केन्द्र एवं बैडमिंटन हाल में कुल ८० बेड का कोविड अस्पताल तैयार कर लिया गया है। कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने आज १६ अप्रैल को नये तैयार हुए कोविड अस्पताल का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। 3 चांगोटोला क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत पादरीगंज मेन हाईवे सड़क से लगभग ७ किलोमीटर घने जंगल के बीच बसा आदिवासी अंचल ग्राम कोटा जहां पर आदिवासियों की लगभग जनसंख्या १०० निवास कर रहे हैं कोरोना संक्रमण के बढ़ते मरीजों की वजह से संपूर्ण जिले में जिला प्रशासन के द्वारा लॉकडाउन लगाया गया है जिसमें कोरोना को काबू करने हेतु लोगों को घर से बाहर ना निकलने की समझाइश दी जा रही है वही कोटा ग्राम के निवासियों ने बताया कि प्रशासन के द्वारा लगाए गए लॉक डाउन की वजह से हमें आने जाने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है राशन के लिए ग्राम से चांगोटोला या पादरीगंज के लिए जाते हैं तो वहां भी राशन और किराना दुकानें बंद होने की वजह से खाने की आवश्यक सामग्री नहीं मिल पाती जिस वजह से हमें खाली हाथ अपने ग्राम लौटना पड़ता है । 4 १५ अप्रैल २०२१ को प्राप्त रिपोर्ट में जिले के १२० मरीजों के सेंपल कोरोना पाजेटिव पाए गए हैं। इस प्रकार जिले में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़ कर ९९५ हो गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा मनोज पांडेय ने बताया कि बालाघाट जिले में १५ अप्रैल २०२१ तक कुल ४६५९ मरीज कोरोना पाजेटिव पाए गए हैं। 5 सामाजिक संस्था महावीर इंटरनेशनल एवं सकल जैन समाज बालाघाट द्वारा पटवारी ट्रेनिंग स्कूल गायखुरी बालाघाट में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए १०० बेड का कोविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है। इस सेंटर में डा. सी एस चतुरमोहता एवं राजा बाफना द्वारा निशुल्क सेवाएं दी जाएगी। यह सेंटर शीघ्र ही प्रारंभ कर दिया जायेगा। 6 जनअभियान परिषद के समाज सेवकों ने च्च्मैं कोरोना वालेंटियर अभियानज्ज् के अंतर्गत जिले के नगरीय क्षेत्रों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए मोर्चा संभाला है। उन्होंने तय किया है कि वे अपने ग्राम में किसी को भी बिना मास्क के बाहर नही निकलने देंगें और जो बिना मास्क के निकलेगा उसके साथ रोको-टोको का व्यवहार अपनाएंगे और उसे मास्क उपलब्ध करायेंगे।


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