क्षेत्रीय
01-May-2021

लॉकडाउन के बाद फिर दिखी भयावह तस्वीर, घर में अनाज नहीं होने से बच्चों के साथ खाना मांगने निकला पिता, प्रशासन से नहीं मिल रही मदद 1 मई को नही शुरू हो पाया 18 साल से ऊपर के लोगो का टीकाकरण कोरोना संक्रमण से 7 वन कर्मियों की मौत, 81 संक्रमित 1 कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन लगा होने से काम धंधा बंद है जिससे गरीब मजदूरों के सामने रोजी रोटी का संकट आ गया है। घर में खाने के लिये अनाज नहीं होने से एक गरीब मजदूर अपनी पत्नि को घर में छोड़ अपने छोटे-छोटे दो बच्चों के साथ नगर में मांगने के लिये निकल पड़ा। जिसे कालीपुतली चौक में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने रोक उनसे पूछा तो वह रोने लगा और अपनी व्यथा बताई। जिससे पुलिस कर्मियों द्वारा मानवीयता का परिचय देते हुये अपने एक दो सहकर्मियों के साथ उस व्यक्ति को किराना दुकान में ले जाकर चांवल, आटा, दाल, तेल व अन्य खाद्य सामग्री दिलाई गई। इस दौरान पीडि़त वार्ड नंबर 29 निवासी राजेन्द्र बंशकर ने बताया कि बाजा बजाने का कार्य करते है लेकिन शादी व अन्य धार्मिक कार्यक्रम बंद होने से मजदूरी करते थे लेकिन लॉकडाउन होने से काम भी बंद हो गया। हमारा गरीबी रेखा का भी कार्ड नहीं है जिससे अनाज भी नहीं मिलता है। 2 1 मई से शुरू होने वाले टीकाकरण जिसमें १८ वर्ष से लेकर ४५ वर्ष तक के लोगो को वैक्सीन का टीका लगाया जाना था। वह शुरू नही हो पाया है। हालांकि जिले में इसको लेकर तैयारी की गई थी परंतु आगामी आदेश तक इस आयु वर्ग के टीकाकरण कार्यक्रम को रोक दिया गया। टीकाकरण रूकने से लोगो में निराशा देखी गई विशेषकर युवा वर्ग जिन्होने बकायदा अपना पंजीयन भी कराया था। टीकाकरण प्रारंभ नही होने से मायुस है। १ मई से प्रांरभ होने वाले टीकाकरण के लिए जिन्होने अपना पंजीयन कराया है। वह सभी रद्द कर दिए गए है। आगामी दिनों में जब भी वैक्सीनेशन प्रारंभ होगा सूचना दी जाएगी। और नए सिरे से पंजीयन प्रारंभ होगा। 3 कोरोना संक्रमण की इस लहर से एक ओर जहां जिले को कोना कोना व प्रत्येक घर चपेट में आ गया है तो वही शासकीय सेवको के उपर भी यह कोरोना जानलेवा साबित हो रहा है। सुरक्षा व्यवस्था के दौरान संक्रमण से जहां पुलिस जवान प्रभावित हुए हैं वहीं वन विभाग का अमला भी इससे अछूता नहीं है। फील्ड में तैनात वन विभाग के ८१ कर्मचारी संक्रमित हो गए हैं वही ०७ वन कर्मियों की मौत भी हो चुकी है, जिनमें ०५ वनपाल, ०१ वनरक्षक और ०१ सहायक ग्रेड-३ का कर्मचारी शामिल है। उक्ताशय की जानकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सी.सी.एफ एन.के.सनोडिया ने मुख्यालय भोपाल को अवगत कराया है। 4 कोरोना के अधिकतर मरीज होम आईसोलेशन में रहकर अपना उपचार करवा रहे है तो वहीं अस्पताल की आवश्यकता पड़ने वाले मरीजों को कोविड सेंटर लांजी में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है, कोविड सेंटर में सुविधाओं और ईलाज को बेहतर तरीके से क्रियान्वयन के लिए लांजी बीएमओ डाॅ. प्रदीप गेडाम प्रशासनिक अधिकारियों के साथ तालमेल बिठाकर अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे है तो वहीं रोगी कल्याण समिती अध्यक्ष विधायक हिना कावरे भी अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए लगातार कोविड सेंटर की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रयासरत है। इसी के मद्देनजर आज सिविल अस्पताल लांजी में विधायक कावरे ने रोगी कल्याण समिती की बैठक ली विधायक कावरे ने कहा कि हमने भी २४ लाख रूपये की राशि विधायक निधी से दी है जिसे किस प्रकार आॅक्सीजन व उपकरण आदि पर खर्च करना है इसी सूची बनाकर क्रय करने व सुविधाओं को बेहतर बनाने की दृष्टि से बैठक रखी गई ताकि लांजी के कोविड सेंटर की जरूरत को पूर्ण किया जा सके। 5 कोरोना काल में एक और समाजसेवी ने सेवाकार्य की मिशाल पेश की है, जो गरीब असहाय आदिवासी परिवारो को राशन मुहैया करा रहा है। दरअसल, कोरोना संक्रमण के चलते आम से लेकर खास तक सबके सब परेशान हैं। गरीब व माध्यम वर्ग के लोग कोविड १९ के चलते खासा परेशान हैं। गरीब तबके के लोगो को रोजगार न मिलने के कारण भूखों मरने की नौबत आ गयी है। वजह है पिछले दो महीने से उचित मूल्य की दुकान से राशन का न मिलना। एक तो लॉक डाउन ऊपर से राशन का नही मिलना बैगाओं के लिए बहुत बडी समस्या खड़ी हो गयी है। ऐसे में समाजसेवी शिवशंकर पाण्डेय की सराहना की जानी चाहिए जो इनकी समस्या जानने इनके बीच पहुंच कर ऐसे परिवारो को चिन्हित किया जो बहुत ज्यादा परेशान थे। 6 जनपद पंचायत परसवाड़ा के अंतर्गत ग्राम पंचायत लगमा के राजपुर गांव में कोरोनावायरस के 4 मरीज मिलने से गांव में दहशत का माहौल दिखाई दिया जिसके तहत गांव वासियों ने ग्राम पंचायत सचिव सरिता वालके एवं पटवारी निलेश झारिया को बुलाया गया एवं आज सुबह रविवार को मेन रोड में बैनर लगाकर एवं झाड़ी लगाकर बांस बल्ली लगाकर रास्ता बंद किया गया एवं ग्रामीणों को समझाइश दी गई कि किसी भी तरह से अपने घरों से बाहर ना निकले ज्यादा जरूरी काम हो तभी बाहर निकले यह काम के लिए संगीता परिहार ग्राम संगठन अध्यक्ष अनीता रंहागडाले कविता चौहान आशा पटले सरिता वालके सचिव नीलेश झारिया पटवारी फागुलाल पटले सहायक सचिव एवं ओमकार चौहान उपसरपंच तथा ग्रामीणों के सहयोग से यह काम किया गया 7 देर रात प्राप्त रिपोर्ट में बालाघाट जिले के 125 मरीजों के सेंपल कोरोना पाजेटिव पाए गए हैं। इस प्रकार जिले में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 1029हो गई है। राहत की बात है कि अब बड़ी संख्या में कोरोना पाजेटिव मरीज ठीक हो रहे है। 30 अप्रैल को 252 कोरोना पाजेटिव मरीजों के ठीक हो जाने पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी (डिस्चार्ज) दे दी गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा मनोज पांडेय ने बताया कि बालाघाट जिले में 30 अप्रैल तक कुल 6703 मरीज कोरोना पाजेटिव पाए गए हैं। इनमें से5636 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं 8 जिला मुख्यालय में कोरोना मरीजो को कंट्रोल करने के लिए कोविड कमान सेंटर बनाया गया है। जहां पर एक आयुष चिकित्सक और उनके साथ 24लोगो की टीम सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक सतत् कोविड मरीजो से संपर्क करने का प्रयास करते है। उनका हाल चाल पूछते है और उचित सलाह दी जाती है। बस स्टेंड बालाघाट मे स्थित ई दक्ष केन्द्र में यह कमान कोविड सेंटर खोला गया है। जिसमें 24 कम्प्यूटर लगाए गए है और 24 युवाओं की नियुक्ति की गई है। इनमें अलग अलग शासकीय विभागों से कम्प्यूटर मे दक्ष कर्मीयों को यहां तैनात किया गया है। जो सुबह से ही जिला चिकित्सालय से प्राप्त कोविड टेस्ट रिपोर्ट का अध्ययन करते है एंव संंक्रमित पाए गए लोगो को ट्रेस करके उनसे संपर्क स्थापित करते है। उनका हाल चाल पूछा जाता है। यदि उनकी स्थिति गंभीर हुई तो उन्हे अस्पताल मे भर्ती होने की सलाह दी जाती है।


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