अधिकारियो की मेहरबानी से कर्मचारियों की नही हो रही जांच;4 लाख की लागत से बने तालाब में नही हुई पत्थरों की पीचिंग राज्य मंत्री रामकिशोर कांवरे ने किया मगरदर्रा के धान खरीदी केन्द्र का निरीक्षण नगर मे सुअरो का आतंक दे रहा स्वाईन लू को आमत्रंण, कार्यवाही करने को आखिर नपा प्रशासन पीछे क्यों 1. उत्तर लामता परीक्षेत्र सामान्य उत्तर वन मंडल बालाघाट बीट क्रमांक १०५ लोटमारा आमानाला मे वन विभाग के द्वारा लाखों की लागत से बना तालाब चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट आपको बता दें कि वन विभाग के द्वारा वन्य प्राणियों के पानी पीने के लिए वन विभाग ने लाखों का बजट आवंटित कर तालाब का निर्माण करवाने की जिम्मेदारी वन परिक्षेत्र अधिकारी तथा वनरक्षक को दी थी परंतु वनरक्षक और वन परिक्षेत्र अधिकारियों के द्वारा साठगांठ कर तालाब में भारी भ्रष्टाचार कर जेसीबी से काम करवा लिया गया और तालाब में पत्थरों की पीेचिंग भी नहीं की गई और वन विभाग द्वारा बिल पास वन विभाग के कर्मियों के द्वारा लीपापोती कर राशि का आहरण कर लिया गया यही नही वन विभाग के द्वारा जेसीबी लगाकर कार्य को इतनी तेजी से किया गया कि अधिकारी कर्मचारियों को पता ही नहीं चला की लोटमार बिट में तालाब का निर्माण भी हुआ है। 2 राज्य मंत्री एवं जल संसाधन विभाग रामकिशोर कावरे ने शुक्रवार को परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के भ्रमण के दौरान ग्राम मगरदर्रा के धान खरीदी केन्द्र का आकस्मिक निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं को देखा। इस दौरान उन्होंने केन्द्र पर धान लेकर आये किसानों से भी चर्चा की। उन्होंने केन्द्र के प्रभारी को चेतवानी दी कि केवल किसानों से ही धान की खरीदी करना है और धान की तौल करते समय प्रति बोरी 40 किलोग्राम 800 ग्राम ही धान तौला जाये। बिचौलियों एवं दलालों से अन्य राज्यों का धान नहीं खरीदना है। 3 बालाघाट जिला मुख्यालय मे सुअरो का आंतक सडक़ और रहवासी क्षेत्रों में बढ़ते जा रहा है। नगर मे २० सुअरो का झुंड घूमते नजर आ रहा है। मौसम द्वारा करवट बदलने और सुअरों के निरंतर बढ़ रही सं या से जिला मु यालय सहित पूरे जिले मे स्वाईन लू बीमारी फैलने का खतरा मंडरा रहा है। यहा उल्लेखनीय होगा कि बालाघाट नगर मुख्यालय सहित जिले मे स्वाईन के मरीज सामने आए है। बात करें तो आस पास के क्षेेत्र की जाए तो इस जगह पर भारी संख्या मे सुअरो का आंतक है। यहां पर दिन भर सुअरों के आतंक और उनके द्वारा फैलाई जाने वाली गंदगी से लोग परेशान हो रहे है। 4 कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन के कारण समूचे देश की भांति प्रदेश की भी परिवहन व्यवस्था अवरूद्ध हो गई। अनलॉक के बाद राज्य शासन के आदेशानुसार प्रदेश के कुछ क्षेत्रो में लंबी दूरी की यात्री बसे संचालित हो गई है। किंतु अंतर जिला और स्थानीय स्तर पर यात्रा करने वाली बसो को संचालन न होने से यात्रियों को भारी दिक्कते हो रही थी। राज्य शासन और बस आपरेटरो के बीच हुए समझौते के बाद से करीब एक पखवाडे से सभी दिशाओं की बसे लगभग प्रांरभ हो चुकी है। किंतु यात्रियों से बस आपरेटरो द्वारा मनमाना किराया वसूला जा रहा है। उदाहरण के तौर पर बालाघाट से सिवनी ,लालबर्रा तक प्रतियात्री १५० रूपये वसूला जा रहा है। जबकि लॉकडाउन के पूर्व बालाघाट से सिवनी का भाडा मात्र ९० रूपये हुआ करता था। 5 बालाघाट बैहर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत टिंगीपुर के सरईटोला से टिंगीपुर मार्ग की हालत जर्जर होने से लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों द्वारा सडक़ निर्माण की मांग को लेकर क्षेत्रीय विधायक व कलेक्टर को पूर्व में ज्ञापन दिया गया लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सडक़ पर जगह-जगह गड्ढे हो जाने से बारिश के दिनों में इस मार्ग में आवागमन दूभर होता है। सडक़ जर्जर होने से करीब एक दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणजन प्रभावित हो रहे है। 6 बालाघाट शिक्षा के व्यवसायीकरण के बाद शहर मे कोचिंग संस्थानों की संख्या मे कुकुरमुत्तों की तरह इजाफा हो गया है। विघार्थियों और अभिभावकों को तरह तरह के प्रलोभन यहां तक की १०० प्रतिशत सफलता की ग्यारंटी तक देने वाले संस्थाओं के संचालक सिर्फ और सिर्फ अपनी जेबे भरने का काम कर रहे है। संस्थानों मे पढऩे वाले छात्र छात्राओं की सुविधाओं और सुरक्षा को लेकर कोई पुख्ता इंतजाम भी दिखाई नही देते है। विड़बन है कि शिक्षा का व्यापार करने वालों पर शासन प्रशासन का कोई शिंकजा नही है। लेकिन विगत 8 माह से कोरोना काल के दौरान सरकार के द्वारा लगाया गया लाकडाउन के बाद भी शहर में चोरी छिपे से कोचिंग संचालक अपनी दुकानदारी चलाने के लिए कोचिंग क्लासेंस खोले हुए है। जबकि जिला प्रशासन के द्वारा बढ़ते कोरोना काल पर मास्क और सेनेटाईजर का उपयोग करने व कोचिंग क्लासेस बंद रखने के लिए सरकार के द्वारा आदेश जारी करने पर भी कोचिंग क्लासेस संचालक नही मान रहे है। 7 अपने पदीय कर्त्तव्यों के प्रति प्रति लापरवाही एवं उदासीनता बरतने के कारण जिला पंचायत सीईओ श्रीमती उमा माहेश्वरी ने ग्राम पंचायत खुरसोड़ी के सचिव कृष्णकुमार रनगिरे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।सचिव द्वारा कैप निर्माण कार्य में कोई रूचि नहीं ली जा रही थी और कार्य में कोई प्रगति नहीं आ रही थी। सचिवीय दायित्वों के निर्वहन में घोर लापरवाही बरतने के कारण जिला पंचायत सीईओ ने खुरसोड़ी के सचिव कृष्णकुमार रनगीरे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। 8 सहकारी समितियों में अन्य राज्यों की धान बेचने की गड़बड़ी को रोकने के लिये प्रशासन द्वारा सतत जांच की कार्यवाही की जा रही है। लांजी एसडीएम रविन्द्र परमार द्वारा ग्राम सिंगोला के तीन व्यक्तियों के पास से जप्त 491 क्विंटल धान का कोई रिकार्ड नहीं पाये जाने पर उसे राजसात करने के आदेश दिये है। भंडरित धान के रिकार्ड नहीं मिलने पर एसडीएम ने धान राजसात करने के निर्देश दिये है। वही दूसरी ओर कटंगी तहसीलदार श्री राय के द्वारा ग्राम उमरी में 40 बोरी गेहूं एवं 21 बोरी चना जप्त किया गया है। गेहूं एवं चना की बोरी पर रायसेन एवं सागर जिले की सहकारी समितियों की सील लगी पायी गई और उन पर प्रधानमंत्री गरीब किसान कल्याण योजना लिखा पाया गया है।