क्षेत्रीय
08-Oct-2021

1 पहले चाचा अब भतीजा बना नक्सली, 17 वर्षीय हीरसिंह की दलम में एंट्री 2 अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने धरना देकर निकाली रैली 3 नवरात्र पर लोगो को हुआ सड़क पर बाघ का दिदार 1 म प्र का बालाघाट जिला अति नक्सल प्रभावित जिला है। जहां नक्सलियों की घुसपैठ अक्सर बनी रहती है। छ ग और महाराष्ट में जब दबाव बढता है तो नक्सली बालाघाट के जंगलो में सुरक्षित ठिकाना ढूंढकर योजनायें बनाते है और गांव गांव बैठके लेकर लोगो को बरगलाते हुए दलम में शामिल करने की कोशिश में जुट जातें है। जिनके बहकावे में आकर बालाघाट जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रो में रहने वाले ग्रामीणो को अक्सर नक्सलवाद की राह अपनातें देखा गया है। इसी तरह की एक सन-सनीखेज जानकारी लांजी क्षेत्र की देवरबेली ग्राम पंचायत के अति नक्सल प्रभावित ग्राम चिलकोना से प्राप्त हुई है जहां एक 17 वर्षीय युवक नक्सली विचारधारा से प्रभावित होकर नक्सली दलम में शामिल हो गया... 2 मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा द्वारा प्रदेश के अधिकारी कर्मचारियों व स्थाई कर्मी, आउटसोर्स, संविदा पेंशनर एवं अन्य कर्मचारियों की न्यायोचित मांगों को लेकर ८ अक्टूबर को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय पहुंच मु यमंत्री के नाम सौंपा गया। इस दौरान संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि मांगों को लेकर पूर्व में भी ज्ञापन सौंपा गया था। लेकिन शासन द्वारा मांगों पर अमल नहीं करने से चरणबद्ध आंदोलन किया जा रहा है। सरकार हमारी मांग पूरी नहीं करती तो आगामी दिनों में उग्र आंदोलन किया जाएगा। 3 बालाघाट। वन विकास निगम लालबर्रा के अंतर्गत बालाघाट -सिवनी मार्ग स्थित बंजारी मंदिर के समीप सड़क पर शुक्रवार को बाघ का दिदार हुआ। बाघ को देखते हुए आने जाने वालो मे दहशत का माहौल व्याप्त हो गया। हालांकि सड़क पार कर यह बाघ ने किसी को हानि नही पहुचाई बल्कि वह जंगल की ओर चला गया। बताया गया है कि नवरात्रा पर्व के अवसर पर बाघ का देखा जाना शुभ माना जा रहा है। 4 शारदेय नवरात्र पर्व का आगाज होते ही नगर का मार्केट गुलजार हो गया है, सभी प्रकार की दुकानों व प्रतिष्ठानों में रौनक बढ़ गई है, ग्राहक दुकानों में पहुंचकर अपनी पसंददीदा सामग्रियों की खरीददारी कर रहे है। गौरतलब रहे कि त्योहारों की शुरूआत नवरात्र से मानी जाती है और नवरात्र में खरीदारी को काफी शुभ माना जाता है। कोरोना संक्रमण काल की मार झेल चुके विभिन्न तरह के व्यवसायियों को इस त्यौहार सीजन से खासी उम्मीदें हैं जिसको लेकर व्यवसायियों के द्वारा खास तैयारियां की गई है। बर्तन व्यवसाय की बात करें तो व्यवसायियों के द्वारा ग्राहकों को त्यौहार सीजन एवं आगामी विवाह सीजन में खरीदी के दौरान विशेष छूट प्रदान किये जाने की तैयारी की गई है वहीं त्यौहार सीजन का लोगों को इंतजार रहता है जिसके लिए कई लोग शुभ मुहूर्त में अपने पसंद के उत्पाद की खरीददारी करने के लिये तैयारी में जुट गये है जिससे उम्मीद जताई जा रही है कि इस नवरात्री के शुभ मुर्हूत पर बाजार में रौनक छाई रहेगी। शारदेय नवरात्रा पर्व को देखते हुए नगर मुख्यालय के प्रतिष्ठित बर्तन दुकानों के संचालकों से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण काल ही वजह से लगभग दो साल तक व्यवसाय पर संकट के बादल छाये रहे है चूंकि लॉकडाउन में पूरी तरह से दुकानें बंद रही जिसकी वजह से ग्राहक दुकानों तक नहीं पहुंच पाये और लॉकडाउन में शादी-विवाह कार्यमक्रम नहीं होने से बर्तन व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित हुआ चूंकि बर्तन व्यवसाय का सबसे बड़ा सीजन शादी-विवाह कार्यक्रम ही रहता है जिसमें लोग आवश्यक रूप से बर्तनों की खरीदारी करते है लेकिन वैक्सीनेशन अभियान के बाद स्थिति सामान्य हो चुकी है 5 समस्त ढीमर समाज द्वारा ग्राम धुर्वा में भगवान निषादराज एवं रामचंद्र भगवान की प्रतिमा का स्थापना किया गया ढीमर समाज द्वारा बताया गया कि भगवान निषादराज एवं श्री रामचंद्र भगवान हमारे पूजनीय भगवान हैं हमारे समाज द्वारा निर्णय लिया गया और ग्राम धुर्वा में हमें एक जगह भगवान श्री राम एवं निषादराज की मंदिर बनाने का संकल्प लिया। 6 बालाघाट जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत गोंगलई में निरूशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें डेंटल विशेषज्ञ डॉ. तुलेन्द्र लिल्हारे ने शिविर में आये ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें निरूशुल्क दवाई व परामर्श दिया गया। इस दौरान रचना लिल्हारे ने भी ग्रामीणों को कोरोना से बचने के लिए कोविड नियमों का पालन करने व सफाई व्यवस्था पर ध्यान देने संदेश दिया। शिविर का शुभारंभ ग्राम पंचायत गोंगलई प्रधान गंगाप्रसाद लिल्हारे की प्रमुख उपस्थिति में किया गया। 7 नवरात्रि महज नौ दिनों का पर्व नहीं है बल्कि माता आदिशक्ति के नौ विभिन्न स्वरूपों की उपासना, सिद्धि और भक्ति का धार्मिक महत्व वाला त्यौहार है, जिसमें इस बात का स्मरण मानव को कराने की शक्ति है कि चाहे आसुरी प्रवृत्ति कितनी भी बड़ी क्यों ना हो आदिशक्ति के सामने भक्तों की रक्षा और असुरों का संहार ही एकमात्र प्रतिफल है, माता की महिमा इस बात के लिए भी जानी जाती है कि अंतिम समय में अगर असुर भी माता की शरण में आता है तो माता के करूण हृदय का अपनापन उसे सदैव के लिए अमरत्व भी प्रदान कर जाता है। ऐसा ही धार्मिक महत्व का स्वरूप माता लज्जावंती की नगरी के तहसील क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम वारी खराड़ी में भी देखने को मिल रहा है। जहां सर्वाधिक 1451 कलश स्थापित किए गए है। 8 कोरोना काल में हर नागरिक की खाद्यान सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से पात्र हितग्राहियों को उनकी पात्रता के अतिरिक्त 5 किलो प्रति हितग्राही मांह मई से नवंबर 2021 तक निशुल्क खाद्यान्न वितरण योजना के प्रति और जागरूक बनाने हेतु प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन उत्सव योजना का आयोजन दिनांक ७ अक्टूबर २०२१ को परसवाडा की उचित मूल्य दुकान में किया गया इसी तात्पर्य मे तहसील परसवाड़ा मैं स्थित सेवा सहकारी समिति परसवाड़ा शासकीय उचित मूल्य दुकान में बड़े हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ अनउत्सव कार्यक्रम मनाया गया


खबरें और भी हैं