खेलो इंडिया यूथ गेम्स के अंतर्गत जबलपुर में हो रही साइकिल प्रतियोगिता के फाइनल में गुजरात के केदार पटेल 100 किलोमीटर रोड रेस में प्रथम स्थान प्राप्त किया । इसके पहले 2021 में हरियाणा में खेले गए यूथ गेम्स में इन्हें पहला गोल्ड मेडल प्राप्त हुआ था । और इसी के साथ अब 2023 में जबलपुर में खेले गए गेम्स में दूसरा गोल्ड मेडल अपने नाम करवा लिया। पटेल केदार का कहना था जबलपुर में आकर खेलना अच्छा लगा यहां खिलाड़ियों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा। जबलपुर के गोराबाजार थाना क्षेत्र के एमईएस कालोनी में रहने वाली रेखा चौधरी को उसके पतिदेवर और ससुर ने मिलकर बेहरहमी से मारपीट कर घायल कर दिया जहाँ पीड़ित महिला ने इसकी रिपोर्ट गोराबाजार थाने में दर्ज करवाईवही इस मामले में थाना प्रभारी विजय परस्ते ने बताया की रेखा चौधरी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई की उसकी शादी दीपक चौधरी से 2016 में हुई थीवही शादी के बाद से ही पति और ससुराल वाले दहेज के लिये उसके साथ मारपीट करते आ रहे हैउसके बाद भी वह जबसे चुप थी लेकिन 6 तारीख को पति दीपकदेवरऔर ससुर ने उसके साथ बेहरहमी से मारपीट की जिससे पूरे शरीर मे गंभीर चोटे आई हैजहा महिला की रिपोर्ट पर पति दीपक चौधरीदेवरससुर पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करते हुएकार्यवाही की जा रही हैपूरे मामले को विवेचना में लिया गया है आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत द्वारा ब्राह्मण व आचार्य पर की गई टिप्पणी से ब्राह्मण समाज के लोग आहत हुए हैं जिसको लेकर आज ब्राह्मण एकता मंच के सदस्यों ने मालवीय चौक में एकत्रित होकर सरसंघचालक मोहन भागवत के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए उनका पुतला दहन किया। इस मौके पर ब्राह्मण एकता मंच के पदाधिकारियों का कहना था कि मोहन भागवत का यह बयान हिंदू समाज के विभिन्न जाति वर्गों के बीच वैमनस्यता उत्पन्न करता है। सरसंघचालक को अपने दिए गए बयान को लेकर ब्राह्मण समाज से माफी मांगनी चाहिए उन्होंने कहा कि सरसंघचालक स्वयं ब्राह्मण जाति के हैं बावजूद इसके उनका यह बयान हिंदू समाज के बीच दरार पैदा करने वाला है। इस मौके पर समाज के लोगों द्वारा मोहन भागवत से अपने दिए गए बयान को लेकर माफी मांगने की मांग की है केंद्र सरकार जिला अस्पतालों को चाहे कितना भी अत्याधुनिक होने का दावा करें लेकिन हकीकत यह है कि इस आधुनिकता के बीच चिकित्सक की लापरवाही भरा रवैया सरकार के इस प्रयास की हवा निकाल देता है। ऐसा ही मामला आज जिला अस्पताल में देखने को मिला जब गंभीर रूप से बीमार महिला जिला अस्पताल इलाज के लिए पहुंची तो उसे वहां मौजूद कंपाउंडर और नर्स ने मेडिकल अस्पताल में इलाज कराने की बात कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया। हनुमान ताल निवासी मोहम्मद शफीक ने बताया कि उसकी मां रईसा बानो कि अचानक से तबीयत खराब हो गई थी जिसके बाद वे लोग तत्काल ही जिला अस्पताल विक्टोरिया में पहुंचे यहां पर कोई भी चिकित्सक मौके पर मौजूद नहीं था नर्सेज द्वारा जांच करने के बाद मरीज को मेडिकल अस्पताल भेजने की सलाह दी गई मरीज के परिजनों का कहना है कि अस्पताल में सुविधाएं ना के बराबर हैं वे यहां पर अच्छे इलाज की आस में आए थे लेकिन यहां ना तो चिकित्सक मौजूद था वही अस्पताल में मौजूद स्टाफ कभी गैर जिम्मेदाराना रवैया रहा।