1गर्रा वैनगंगा पुल के नीचे मिला युवक का शव 2 सरकार की शराब नीति के खिलाफ महिला कांग्रेस ने किया विरोध प्रदर्शन 3 बालाघाट में बढने लगे कोरोना के मरीज एक ही दिन में मिले 55 पॉजेटिव 1 बालाघाट शहर मुख्यालय स्थित वैनगंगा नदी गर्रा बड़े पुल के नीचे एक 40 वर्षीय युवक का शव सुबह देखा गया। जिसकी सूचना कोतवाली थाना को मिलने पर पुलिस ने मौके में पहुंच मृतक वार्ड नंबर 6 बैहर चौकी बालाघाट निवासी अमित पांचे का शव बरामद कर पंचनामा व पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। बताया गया कि मृतक रविवार की रात करीब 12 बजे के बाद घर में नहीं था। जिसका शव सोमवार की सुबह वैनगंगा बड़े पुल के नीचे मिला। मृतक अमित कुछ दिनों से बीमार था जिससे संभावना व्यक्त की जा रही है बीमारी से तंग आकर युवक ने आत्महत्या कर ली। पुलिस मर्ग कायम कर मामले की विवेचना कर रही है। 2 मध्यप्रदेश सरकार द्वारा जन विरोधी शराब नीति लागू करने के विरोध में महिला कांग्रेस कमेटी बालाघाट के द्वारा काली पट्टी बांधकर शहर के हनुमान चौक में सोमवार को धरना प्रदर्शन कर महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान महिला कांग्रेस पदाधिकारियों ने कहा कि म.प्र. महिला कांग्रेस के आव्हान पर आज पूरे जिलों में महिला कांग्रेस द्वारा घर-घर दारू पहुंचाने बनाई जा रही शराब नीति का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि शराब नीति लागू की गई तो महिला कांग्रेस द्वारा आगामी दिनों में उग्र आंदोलन किया जाएगा। 3 प्रदेश में धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण अपना पांव पसार रहा है और अब बालाघाट में भी पहले की अपेक्षा अभी प्रतिदिन अधिक संख्या में कोरोना पॉजेटिव मरीज मिल रहे है । इसी क्रम में 23 जनवरी को प्राप्त रिपोर्ट में बालाघाट जिले के 55 मरीजों के सैंपल कोरोना पाजेटिव आये हैं। जिसके चलते कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या अब 188 हो गई है। 4 जिला गोवारी आदिवासी समाज संगठन के द्वारा राज्य की अनुसूचित जन जाति की सूची के सरल क्रमांक १६ पर गोवारी जाति को अनुसूचित जन जाति का जाति प्रमाण पत्र जारी करने की मांग को लेकर सोमवार को कलक्ट्रेट पहुुंच कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान संगठन के जिलाध्यक्ष कन्हैया राऊत ने कहा कि म.प्र. के मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा में बोला था कि गोवारी समाज को अनुसूचित जन जाति का प्रमाणपत्र दिया जाए लेकिन एसडीएम साहब द्वारा गोवारी समाज के लोगों को अनु. जन जाति का प्रमाणपत्र जारी नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में गोवारी समाज के लोगों को एसटी का प्रमाणपत्र जारी किया जाए, शीघ्र मांग पूरी नहीं होती है तो प्रदेश भर के गोवारी समाज के पदाधिकारी आंदोलन को लेकर रणनीति बनाएंगे। 5 एनएसयूआई जिला अध्यक्ष दयाल वासनिक एवं विधानसभा अध्यक्ष सागर कठौते के नेतृत्व में आज सैकड़ों छात्र छत्राओं के साथ कटंगी महाविद्यालय का घेराव किया एवं शिवराज सरकार की शव यात्रा निकाल कर किया विरोध प्रदर्शन । लगातार दो वर्षों से ओबीसी छात्रवृत्ति के लिए एनएसयूआई आंदोलनरत हैं किंतु मरी हुई निर्लज सरकार के द्वारा छात्रों की आवाज नहीं सुनी जा रही हैं लेकिन आज एनएसयूआई ने सैकड़ों छात्र छात्राओं के साथ कटंगी महाविद्यालय का घेराव किया तहसीलदार मोहदय के सामने धरना देकर सैकड़ो छात्रों के साथ किया आंदोलन जिसमे तहसीलदार महोदय एवं प्राचार्य द्वारा 10 दिन का आस्वासन दिया गया एनएसयूआई ने मांग की है कि यदि 10 दिनों में 5 सूत्रीय मांगों को पूरा नही किया जाता हैं। तो उग्र आंदोलन होंग। जिसमे बालाघाट के जिलाध्यक्ष दयाल वासनिक कटंगी विधानसभा अध्यक्ष सागर कटौते एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष कैलाश पंचेस्वर एनएसयूआइ कटंगी महाविद्यालय प्रभारी.रोहित नेवार महाविद्यालय प्रभारी.शुभम गुप्ता एनएसयूआई महाविद्यालय सह प्रभारी ऋषभ सहारे संभव एवं अन्य साथी गण सम्मिलित हुए। 6 23 जनवरी 2022 की रात्रि वनपरिक्षेत्र अधिकारी शिशुपाल अहिरवार, और उनकी टीम को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई ,कि नेवरवाही बीट के अंतर्गत आने बाले वनक्षेत्र से गुजरने वाली 11 केवी विद्युत लाइन ,जो नेवरबाहि से होकर पुजारीटोला ,और वर्धा के लिए जाती है ,उसके मध्य शिकारियों के द्वारा पुजारीटोला ग्राम के समीप जंगल, और राजस्व क्षेत्र में करंट बिछाया गया है । जिसके आधार पर तत्काल वन परिक्षेत्र अधिकारी के द्वारा टीम का गठन करते हुए सर्वप्रथम मौका स्थल के लिए रवाना किया, तब वन अमला मौके पर पहुंचा और उसके द्वारा देखा गया की पुजारी टोला गांव के समीप खेतों से लेकर वर्धा जाने वाली जंगल के रास्ते में 11 केवी विद्युत लाइन के सहारे शिकारियों के द्वारा जीआई तार और बांस की खूंटीया की सहायता से लगभग 2 से 3 किलोमीटर लंबा, जीआई तार की सहायता से करंट वन्य प्राणियों के शिकार के लिए फैलाया गया था 7 जिसके पश्चात वनपरिक्षेत्र अधिकारी पूर्व लांजी शिशुपाल अहिरवार अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और सर्वप्रथम दूरभाष के माध्यम से लाइनमैन की सहायता से संबंधित विद्युत सप्लाई को बंद करवाया गया।