मनुष्य को ईश्वरीय अनुशासन में रहकर अपने धर्म पर चलते हुए कर्म करना चाहिए धर्म की बहुत व्यापक है ,जैसे पिता धर्म पुत्र धर्म राजधर्म इनका पालन करते हुए इंसान को अपनी जिम्मेदारी और कर्तव्य का निर्वहन करते रहना चाहिए, जिससे मानव के जीवन में सुख शांति प्राप्त होती है।यह यह बातें ग्राम वारवाखेड़ी में त्यागी परिवार द्वारा आयोजित शिव महापुराण कथा में विख्यात कथावाचक पंडित महेश गुरु उज्जैन द्वारा उपस्थित श्रद्धालु को संबोधित करते हुए कहीं। कथा के चौथे दिवस अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा भी गांव वारवाखेड़ी पहुंचे, दो प्रसिद्ध विधान महान कथावाचको को एक व्यास पीठ पर एक देख भक्तों एवं श्रद्धालुओं का मन अभिभूत एवं उत्साह कई गुना बढ़ गया। कथा पंडाल में ही पंडित प्रदीप मिश्रा ने फूलों से महादेव की होली भक्तों के बीच मनाई और अपना संक्षिप्त संबोधन दिया।