इंदौर में ड्यूटी के दौरान एक हादसा हुआ। इसमें एक हाथ गंवाना पड़ा। हादसे के बाद ऐसा लग रहा था कि अब तो जिंदगीभर परेशानियां उठानी पड़ेगी। एक हाथ से कैसे पुलिस की नौकरी होगी और कैसे जीवन चल पाएगा, लेकिन परिवार ने हौसला बढ़ाया और इस हौंसले को वरिष्ठ अधिकारियों ने आगे बढ़ाया। उसके बाद तो जीवन में फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। यह कहानी है सीहोर के पुलिस कांस्टेबल मनोज कुमार राव की। वे पिछले 17 वर्षों से एक हाथ से पुलिस की नौकरी शानदार तरीके से कर रहे हैं। दरअसल मनोज कुमार राव 2005 में इंदौर गए थे, तभी ड्यूटी के दौरान उनके साथ हादसा हो गया। इस हादसे में उन्हें अपना एक हाथ भी गंवाना पड़ा। उनसे चर्चा की तो उन्होंने बताया कि हादसे के बाद तो ऐसा लग रहा था कि अब जिंदगीभर परेशानियां ही परेशानियां हैं, लेकिन ऐसे वक्त में परिवार और वरिष्ठ अधिकारियों का संबल काम आया और अब जीवन बेहतर चल रहा है। मनोज कुमार राव पिछले 27 वर्षों से सीहोर में रहकर पुलिस की नौकरी कर रहे हैं। उनका कहना है कि पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का हमेशा से सहयोग मिलता रहा और उनकी हौसलाअफजाई से मैं अपनी ड्यूटी कर पा रहा हूं। एक हाथ गंवाने के बाद भी वे अपनी ड्यूटी को पूरी ईमानदारी और लगन के साथ निभा रहे हैं। हालांकि अधिकारी उनकी ड्यूटी ऐसी जगह ही लगाते हैं, जहां मनोज कुमार राव को ज्यादा परेशानियां न आएं।