1 कोरोना संक्रमण काल के दौरान शहर के निजी अस्पताल कसाईघर साबित होने लगे हैं। कोरोना और अन्य गंभीर रोगों के मरीजों से मोटी रकम वसूलने के लिये कुख्यात हो चुके सिटी अस्पताल बीते कल एक बार फिर अमानवीयता की पराकाष्ठा को पार करते हुये एक मरीज को अस्पताल में भरती नहंीं किया और उस मरीज की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार एक व्यक्ति को उसके परिजन कार से लेकर पहुंचे, जिन्हे सांस लेने में बहुत तकलीफ रही, यहां पर मरीज के परिजनों ने उपचार करने के लिए आग्रह किया तो डाक्टरों ने साफ मना कर दिया, यहां तक कि कार से उतरने तक नहीं दिया, ऐसे में यह कैसे कहा जा सकता है कि निजी अस्पताल सरकार के नियमों का पालन कर रहे है, जबकि मरीज के परिजन रो-रो कर गुहार लगा रहे थे, लेकिन निजी अस्पताल प्रबंधन किसी की बात सुनने के लिए तैयार नहीं था. इधर मरीज की हालत बिगड़ती जा रही थी, पिछले दिनों भी सरकार द्वारा निर्धारित रेट के बाद भी सिटी अस्पताल द्वारा अधिक राशि वसूली जा रही थी, इस बात की शिकायत मिलने पर मुख्य स्वास्थ्य व चिकित्सा अधिकारी रत्नेश कुररिया ने नोटिस जारी किया था, यह मामला अभी शांत नहीं हुआ कि फिर मरीज के साथ अमानवीय व्यवहार करने का मामला सामने आया है। 2 जबलपुर में 60 घंटे के लाकडाउन को 22 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया गया है। अब इस लाकडाउन को कोरोना कर्फ्यू का नाम दिया गया हैं। कोरोना कर्फ्यू का ठीक ढंग से पालन कराने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। जबलपुर में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले सैकड़ो की तादाद में आ रहे है। जिला कलेक्टर कर्मवीर शर्मा और पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा खुद सड़को पर उतर कर कोरोना कर्फ्यू का जायजा ले रहे है। कोरोना कर्फ्यू में जिन लोगो को रियायत दी गई है उनको छोड़ बाकी के अन्य लोगो पर शासन कार्यवाही कर रहा है। जिला कलेक्टर आम नागरिकों से अपील कर रहे है कि वो बेवजह घरो से बाहर न निकले बहुत जरूरी काम हो तभी वो घर से बाहर मास्क पहनकर निकले।देश सहित मध्यप्रदेश में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या में दिनप्रतिदिन बढ़ोत्तरी हो रही है। बाइट-कर्मवीर शर्मा कलेक्टर बाइट-सिद्धार्थ बहुगुणा एसपी 3 कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच अस्पतालों में रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर मारामारी मची हुई है। दो दिन पहले तक 10 हजार रुपए में ब्लैक होने वाले इंजेक्शन की एक डोज की कीमत अब 18 से 20 हजार वसूला जा रहा है। रविवार को एसडीएम आशीष पांडे की अगुवाई में ड्रग विभाग और ओमती पुलिस की टीम ने मढ़ाताल गुरुद्वारा स्थित न्यू मुनीष मेडिकोज नाम की दवा दुकान सील कर दी। इस दुकान के संचालक द्वारा अपने कर्मियों के माध्यम से इंजेक्शन 18 से 20 हजार रुपए में बेचा जा रहा था। शहर के कई निजी अस्पताल बिना रेमडेसिविर इंजेक्शन के मरीजों को भर्ती ही नहीं ले रहे हैं। ब्लैक में इस इंजेक्शन को 20 हजार रुपए में बेचा जा रहा है। गैलेक्सी में भर्ती कल्पना शर्मा नाम की महिला मरीज के परिजन तीन दिन से पर्चा लेकर इंजेक्शन के लिए परेशान हो रहे थें। सोशल मीडिया पर मदद की गुहार लगाई जा रही है। 4 कोविड महामारी के मद्देनजर औद्योगिक इस्तेमाल पर लगाई गई रोक के बावजूद जैनम ऑक्सीजन प्लांट द्वारा रिछाई स्थित आरुष टेक्नोक्राफ्ट को सप्लाई किये गये ऑक्सीजन सिलेंडर को तहसीलदार रांझी श्याम नन्दन चन्देले के नेतृत्व में की गई आकस्मिक कार्यवाही में जप्त कर लिया गया है। कार्यवाही आज सोमवार की दोपहर आरुष टेक्नोक्राफ्ट परिसर में की गई । तहसीलदार रांझी के अनुसार आकस्मिक जांच की इस कार्यवाही में दो भरे हुये ऑक्सीजन सिलेंडर तथा दस कार्बनडाई आक्साइड के सिलेंडर जप्त किये गये । मौके पर आरुष टेक्नोक्राफ्ट को सील भी कर दिया गया है । 5 कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन तोडने के लिए शराब दुकानों पर ताले लगे रहे परंतु माफिया और तस्करों की सक्रियता और बढ़ गई है। कहीं ढाबा में शराब परोसी जा रही है तो कहीं तस्करों ने घर में ही अहाता खोल लिया है। पुलिस रोजाना तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। घर के बाहर 60 लीटर कच्ची शराब लेकर ग्राहक का इंतजार कर रहे एक तस्कर को हनुमानताल पुलिस ने दबोच लिया। 6 अदालत ने महिला को बंधक बनाकर दुष्कर्म के आरोपित मंडला निवासी गुरुंग कुमार की जमानत अर्जी खारिज कर दी है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश वारीन्द्र कुमार तिवारी ने अपने आदेश में कहा है कि मामला गंभीर है, इसलिए आरोपित को जमानत का लाभ नहीं दिया जा सकता है। अभियोजन के अनुसार महिला की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह अपने पति और बच्चों से अलग रह रही है। एक वैवाहिक वेबसाइट के जरिए उसकी मुलाकात आरोपित से हुई। वह मंदिर में पूजा करने के लिए गई थी। वहां पर उसे मनमीत मिला, और उसने उसे अपनी कार में बैठा लिया।सके बाद वह घर दिखाने के बहाने उसे अपने घर ले आया। इसके बाद उस पर शादी के लिए दबाव डालते हुए अपने घर में बंधक बना लिया। 7 करोना संक्रमण की चेन तोडने के लिए लगाए गए दो दिन के लॉक डाउन का असर साफ नजर आ रहा है.....रविवार की सुबह शहर की सड़कें सूनी नजर आयीं,, यातायात ना के बराबर था,,, जो लोग सड़कों पर निकल रहे थे वह आवश्यक सेवाओं से जुड़े हुए या फिर दवाइयां लेने के लिए घर से बाहर निकले थे.... इसके अलावा अन्य वाहन सड़कों पर नजर नहीं आ रहे हैं.... प्रत्येक चैराहे पर पुलिस की टीम लगातार निगरानी कर रही है और आने जाने वाले लोगों से सड़क पर आने की वजह पूछ रही है,,,, इसके साथ ही अत्यावश्यक सेवा में जुड़े हुए लोगों के आई कार्ड चेक किए जा रहे हैं.... बेवजह सड़क पर घूमने वालों के चालान भी काटे जा रहे हैं लेकिन ऐसे लोगों की संख्या बेहद कम है,,, लोग स्वयं घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं जिससे यही माना जा सकता है कि लोग कोरोना संक्रमण से बचने के इस तरीके का भरपूर उपयोग कर रहे हैं.... 8 लेक्टर कर्मवीर शर्मा ने आज रविवार 11 अप्रैल को जिला चिकित्सालय परिसर से प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर कोविड-19 टीकाकरण महोत्सव का शुभारम्भ किया । इस अवसर पर डॉ जीतेन्द्र जामदार, सीएमएचओ डॉ रत्नेश कुररिया आदि भी मौजूद थे । राज्य शासन के निर्देशानुसार कोविड टीकाकरण महोत्सव 14 अप्रैल तक चलेगा । इस दौरान 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को कोरोना के टीके लगाये जायेंगे साथ ही वेक्सीनेशन के प्रति जन-जागरूकता भी पैदा की जायेगी । कलेक्टर श्री शर्मा ने 45 वर्ष से अधिक की आयु के सभी नागरिकों को टीकाकरण महोत्सव के तहत ज्यादा से ज्यादा संख्या में कोरोना की वेक्सीन लगवाने की अपील की है । 9 कोरोना की दूसरी लहर और लाकडाउन ने पर्यटन उद्योग को बुरी तरह से प्रभावित किया है। पर्यटक घूमने के बजाए वापस लौट रहे हैं। अगले एक-दो माह बाद की बुकिंग को भी निरस्त करवाना शुरू कर दिया है। जबलपुर समेत आसपास के इलाकों में भी 80 फीसद से ज्यादा पर्यटक अपना पर्यटन की योजना को निरस्त कर चुके हैं। 10 कोरोना से स्वस्थ होने पर आज रविवार ग्यारह अप्रैल को 245 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है, वहीं 2734 सेम्पल की प्राप्त परीक्षण रिपोर्ट्स में कोरोना के 469 नये मरीज सामने आये हैं । आज स्वस्थ हुये 245 व्यक्तियों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना के संक्रमण से मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 19 हजार 471 हो गई है और रिकवरी रेट 86.86 प्रतिशत हो गया है ।