क्षेत्रीय
15-May-2022

चिकित्सक की नियुक्ति की मांग को लेकर क्रमिक भूख हड़ताल का तीसरा दिन मांझी मछुआ समाज ने मनाई केवट जयंती, विभिन्न बिन्दुओं पर हुई चर्चा महाराष्ट्र के आमगांव मे चलता था राशि डबल करने का खेल,करोड़ो लेकर फरार तिरोड़ी के सरकारी अस्पताल में लंबे समय से एमबीबीएस चिकित्सकों के २ पद रिक्त है जिस कारण तिरोड़ी एवं आस-पास के ग्रामीण अंचलों की करीब ३०-३२ हजार आबादी करीब ३५ गावों को निम हकीमों तथा प्राईवेट अस्पतालों में अपना उपचार कराना पड़ रहा है, साथ ही पोस्ट मार्टम एवम मुलाजे के लिए यहां से १५ की.मि. कटंगी जाना पड़ता है ऐसे में पुलिस विभाग व ग्रामीणों को भी परेशानी उठानी पढ़ती है यहां की जनता काफी लंबे समय से अस्पताल में चिकित्सकों की नियुक्ति कराने की मांग कर रही है परंतु सरकार के नुमाइंदे इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे है. ग्रामीणों की मांग है कि अस्पताल में एमबीबीएस चिकित्सकों के रिक्त पदों को भरा जाए. बालाघाट. प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त निषादराज केवट की जयंती मांझी मछुआ समाज द्वारा नगर के वार्ड नंबर १ ढीमरटोला नदी तट पर स्थित दुर्गामंदिर परिसर में सादगीपूर्वक माहौल में मनाई गई। इस अवसर पर उपस्थित सामाजिक बंधुओं ने निषादराज के छायाचित्र के समक्ष पूजा अर्चना की गई। तत्पश्चात बैठक का आयोजन किया गया जिसमें मांझी समाज की समस्याओं व मांग सहित विभिन्न बिन्दुओं पर भी चर्चा की गई। बैठक में मांझी मछुआ समाज के पदाधिकारी व स्वजातीयजन शामिल रहे। पुलिस की पांबदी बनी परेशानी नक्सल क्षेत्रो में प्रभावित हो रहा तेदुपत्ता संग्रहण का कार्य बालाघाट। तेंदुपत्ता संग्रहण का कार्य जोरो से चल रहा है। जिसमें दोनो वन मंडलो में लगभग पांच हजार के करीब संग्राहक लांभावित हो रहे है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रो में भी संग्रहण का कार्य चल रहा है किंतु पुलिस और नक्सलियों की खौफ की वजह से ठेकेदारो को डर सता रहा है। बताया जाता है कि तेंदुपत्ता ठेकेदारो के द्वारा नक्सलियों को आर्थिक लाभ पहुंचाने की वजह से ठेकेदारो को सख्त दिशा निर्देशो का पालन भी करना पड रहा है जिससे उस क्षेत्र में ठेकेदारो की संग्रहण के प्रति दिलचस्पी कम दिख रही है। पिछले दिनो हमारे प्रतिनिधि ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र के बिठली, पाथरी, डाबरी और चौरिया समिति के तहत संचालित कुछ फडो का जायजा लिया तो पता चला कि पिछले तीन चार दिनो से इस क्षेत्र का संग्रहण कार्य बंद है। जब बारिकी से जानकारी ली गई तो पता चला कि कुछ क्षेत्र में नक्सलियों के खौफ और कुछ क्षेत्रो में पत्ता की क्वालिटी बेहतर ना होने से संग्रहण कार्य बंद है। किंतु कार्य पुन: शुरू हो चुका है। कुछ जगहो पर संग्रहण का कार्य निर्धारित किये गये लक्ष्य के करीब भी पहुंच चुका है। वन विभाग के सिपाही पर लगा वनो की अवैध कटाई का आरोप बालाघाट। बालाघाट जिले के बिरसा तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत भूतना के ग्राम कूदान में वन विभाग के सिपाही बुद्धिराज बघेल पर जंगल कटवाकर बल्लियो का अवैध व्यापार किये जाने के आरोप लगे है। जहां उक्त मामले की शिकायत ग्रामीणो के माध्यम से पर्यावरण बचाओं अभियान संचालक भोपाल म.प्र को प्रेषित की गई है। शिकायत पत्र में ग्राम भिमजोरी के ग्रामीणो ने उल्लेख किया है कि बालाबाट जिले के बिरसा तहसील के ग्राम पंचायत भूतना के अन्तर्गत आने वाले ग्राम कूदान वनक्षेत्र में वन विभाग के सिपाही बुद्धिराज बघेल बिरसा रेज के द्वारा जंगलों को काटकर वन सम्पदा व बल्लियों का अवैध व्यापार किया जा रहा है। भारी मात्रा में सीधे व कम उम्र के वनो की कटाई करके बल्लियां तैयार की जा रही है और उसे बेचा जा रहा है। जहां भारी मात्रा में बल्लियां तालाब के पानी में बिछाकर रखी गई है। इसके अलावा संबधित क्षेत्र के रेत माफियाओं के साथ साठगाठ कर वन विभाग के कर्मचारी बिरसा क्षेत्र से रेत का व्यापार किया जा रहा है। वन क्षेत्र से भारी मात्रा में रेत का उत्खनन कर परिवहन करवाया जा रहा है। आमगांव के बाद अब मप्र के लांजी की बारी बालाघाट। कम समय में पैसा दुगने करने का खेल महाराष्ट्र से शुरू हुआ जो कि बालाघाट के सीमावर्ती जिलों में जैसा ही पहुंचा। तब से ही ईएमएसटीवी ने अपने दर्शकों को आग्रह करने का काम शुरू कर दिया था कि अपनी जमापूंजी को लालच मे आकर कहीं ना लगाए लेकिन दुगुनी राशि करने वालो के संपर्क लांजी के लोगों से हुआ और ऐसे कथित बैंकर्स जो कम समय में पैसा दुगना करने का दावा करते थे शुरू.शुरू में लोगों का पैसा दोगुना करके विश्वास जमाया। विश्वास जमते ही इन्होंने फैन्चाईसी बांटने काम शुरू किया और इनके कुछ फैन्चाईसी लांजी क्षेत्र में पैदा हुए जो एजेंटों के माध्यम से लांजी और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को लालच में फंसाकर राशि एकत्र करते हैं और अपने कथित फैन्चाईजर तक पहुंचाते हैं। ये फैन्चाईजर एकत्र की हुई राशि आमगांव में पहुंचाते थे। इस तरह से यह कथित गैरकानूनी सूद का कारोबार फल.फूल रहा था। लोगों को कहा गया कि यदि पैसे कम समय में दोगुने चाहिए तो किसी को इसके बारे में न बतायें वरना राशि डूब सकती है। भोले.भाले लोग इनके झांसे में आते गए और अपनी जमापंूजी यहां तक कि अपनी संपत्ति बेचकर इनको राशि सौंपने लगे। ईएमएसटीवी ने जब इसके बारे में अपनी ओर से जानकारी जुटाना प्रारंभ किया तो कुछ चौकाने वाले खबरें सामने आई। दरअसल कम समय में पैसा दोगुना करने सीएनडीएस बड़े कथित बैंकर्स जो आमगांव में ये धंधा चला रहे थे उनमें से दो.तीन लोगों के फरार होने की खबर लगी है। जो पिछले एक माह से लापता बताये जा रहे हैं। इस खबर के बाद लांजी में हड़कंप मचना शुरू हुआ। यहां के फैन्चाईजर ;डीलर्स जो राशि आमगांव पहुंचाया करते थे उनके फरार होने से इनकी जमीन पैर से निकल गई।


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