क्षेत्रीय
16-Feb-2022

कुंडलपुर - मध्यप्रदेश के दमोह जिले के जैन तीर्थ कुंडलपुर में बुधवार को पंचकल्याणक महोत्सव में भगवान के गर्भ में आने के संकेत मिलते ही सौधर्म इन्द्र का सिंहासन कंपायमान हुआ। कुबेर ने अयोध्या नगरी की रचना की। इसके साथ ही आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनिश्री अभयसागर जी महाराज सहित नौ मुनियों और 58 आर्यिका माताओं का दीक्षा दिवस मनाया गया। सभी मुनि आर्यिकाओं ने आचार्यश्री की तीन परिक्रमा कर आशीर्वाद लिया। महोत्सव के दूसरे दिन बुधवार को कुंडलपुर में 40 हजार से अधिक लोग पहुंचे। कुंडलपुर पहाड़ पर स्थित बड़े बाबा का मंदिर भक्तों के लिये खोल दिया गया। हजारों की तादाद में लोगों ने मंदिर पहुंच कर बड़े बाबा के दर्शन किये। पूरा कुंडलपुर तीर्थ बड़े बाबा, छोटे बाबा के जयकारों से गूंज रहा था। इसके साथ ही देश में पहली बार किसी पंचकल्याणक में 24 सौधर्म इन्द्र, 24 कुबेर और 24 भगवान के माता पिता बनाये गये हैं। वही आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के आहार दमोह के श्रावक श्रेष्ठी वीरेश सेठ के चौके में हुए। कुंडलपुर में भव्य मंदिर के निर्माण में वीरेश सेठ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।


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