उज्जैन। गुरुवार को चरक अस्पताल के सामने एक अजीब नजारा देखने को मिला, जहां हड़ताल कर रहे डाक्टरों ने सडक़ पर उतर कर आने जाने वाले लोगों से भीख मांगकर प्रर्दशन किया। डाक्टरों का कहना है कि जान हथेली पर रखकर कोरोना मरीजों का उपचार कर रहे हैं। जब भी कोरोना संक्रमण का दौर शुरू होता है तब हम लोगों को बुलाया लिया जाता है। अभी तक दो माह का वेतन भी नहीं दिया गया है। आज संविदा डॉ लॉबी की हड़ताल का तीसरा दिन उज्जैन चरक ओर माधवनगर अस्पताल में सेवा देने वाले ये संविदा डॉ कोविड -19 से पहले ही सेवा में आये थे बिना किसी वेतन के ही काम करवाया जा रहा है। वेतन के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहते हैं,एक ही जवाब दिया जाता है कि अभी आवंटन नहीं आया है। ऐसी स्थिति में हम लोगों को पास भीख मांगने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है। हमारी सरकार से संविदा नियुक्ति को लेकर कई बार चर्चा हो चुकी है लेकिन हल नहीं निकल रहा..