स्वस्थ होने पर 138 व्यक्ति डिस्चार्ज. कोरोना से स्वस्थ होने पर एक अप्रैल को 138 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है, वहीं 1744 सेम्पल की प्राप्त परीक्षण रिपोर्ट्स में 185 नये मरीज सामने आये हैं । कोरोना से स्वस्थ हुये 138 व्यक्तियों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना के संक्रमण से मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 17 हजार 763 हो गई है और रिकवरी रेट 91.75 प्रतिशत हो गया है । कल बुधवार की शाम 6 बजे से आज गुरुवार की शाम 6 बजे तक पिछले चैबीस घण्टे के दौरान मिले कोरोना के 185 संक्रमित व्यक्तियों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना मरीजों की संख्या 19 हजार 360 हो गई है । पिछले चैबीस घण्टे में दो व्यक्तियों की मृत्यु की प्राप्त हुई रिपोर्ट को मिलाकर जबलपुर में कोरोना से जान गंवाने वाले मरीजों की संख्या 269 हो गई है । मसीहियों ने किया गाइड लाइन का पालन गुड फ्राइडे मसीहियों का एक प्रमुख त्यौहार है। सामान्य परिस्थितियों में इस दिन चर्चों में खासी भीड़ उमड़ती है। दो दिन बाद पॉम संडे है। पर इन दोनों त्यौहारों पर कोरोना संक्रमण की काली छाया पड़ गई है। चर्चों में आज सुबह प्रार्थना तो हुई पर बेहद कम लोगों की उपस्थिति में। चर्च में आज शाम कोई आयोजन नहीं किया गया। मसीहियों का कहना है कि शासन ने जो गाइड लाइन निर्धारित की है समाज ने उसका पालन किया है और आगे भी करता रहेगा। तेदुओं के शिकार में एमपी टॉप पर वन्य प्राणी तेंदुए के शिकार में मामले में मप्र देश में सबसे टॉप पर है। यह जानकारी आरटीआई में सामने आई है। नागरिक उपभोक्ता मंच के मनीष शर्मा ने इस संबंध में एक पत्रकार वार्ता में बताया कि तेंदुए के संरक्षण के लिये अभी तक प्रदेश सरकार ने कोई कार्ययोजना नहीं बनाई है। गौरतलब है कि तेंदुआ बहुत घातक शिकारी है और वह अक्सर इंसानी बस्तियों के नजदीक भोजन की तलाश में आता है। इंसानी बस्ती में वैसे तो कुत्ते उसका पसंदीदा शिकार होते हैं पर अक्सर वह इंसानों पर भी हमला कर देता है। शिकारी उसे खाल और उसके नाखूनों के लिये मार डालते हैं। गाइड लाइन के विरोध में टेंट और कैटरिंग वाले कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच शादी पार्टी में कुल 50 लोगों के प्रवेश की बाध्यता का विरोध शुरू हो गया है। इस गाइड लाइन के विरोध में कैटरर्स, मैरिज लॉन और टेंट का कारोबार करने वालों ने एक गठबंधन बना लिया है। गठबंधन वालों का कहना है कि संगठन कलेक्टर और जिले के जन प्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपकर यह मांग करेगा कि शादीध्पार्टी समारोह में कम से कम 200 लोगों को शामिल होने की अनुमति मिलना ही चाहिये। गौरतलब है कि पिछले साल भी इनको बहुत घाटा उठाना पड़ा था। प्लेटिनम जुबली वर्ष की हुई शुरूआत जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज शहर के लिए गौरवशाली इतिहास का प्रतीक है। इस कॉलेज की स्थापना 1947 में की गई थी। इसके पहले प्राचार्य प्रो.एसपी चक्रवर्ती ने एक अप्रैल 1947 को प्राचार्य पद कार्यभार संभाला। यही वजह है कि आज के दिन से ही महाविद्यालय 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इस अवसर पर संस्थापक प्राचार्य प्रो.एसपी चक्रवर्ती की प्रतिमा पर वर्तमान प्राचार्य डॉ.एके शर्मा व एल्युमिनाई सदस्य इंजीनियर एसके गुप्ता, इंजीनियर मनीष अग्रवाल, इंजीनियर अरविंद नायक, डॉ.अनिल कुमार कोरी, डॉ.वी कुमार, डॉ.प्रशांत जैन के द्वारा माल्यार्पण कर महाविद्यालय के प्लेटिनम जुबली वर्ष की शुरूआत की गई। स्टेशन में नो मॉस्क-नो एंट्री लवे स्टेशन पर अब यात्री हो या फिर उन्हें छोडने के लिए आने वाले लोग। सभी को मास्क पहनना अनिवार्य होगा। अब स्टेशन पर नो मास्क-नो एंट्री का आदेश का पालन किया जाएगा। यह निर्णय कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने जबलपुर डीआरएम संजय विश्वास के साथ बैठक कर लिया है। इस दौरान अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित, अनूप कुमार सिंह सहित रेलवे, पुलिस व मेडिकल टीम के साथ अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। बैठक के दौरान कलेक्टर शर्मा ने बताया कि सेकंड फेस में कोरोना संक्रमण का फैलाव हो रहा है और जो कोविड पॉजिटिव आए हैं उनकी यात्रा का इतिहास पता लगाया जा रहा है, ताकि संक्रमण और न फैले। बढ़ी एनसीसी बी सर्टिफिकेट परीक्षा की तारीख कोरोना को देखते हुए डीजी एनसीसी द्वारा एनसीसी कैडेट्स की बी सर्टिफिकेट की परीक्षा की तारीख को तीन व चार अप्रैल से बढ़ा कर सात और आठ अप्रैल कर दिया गया है। जबकि सी सर्टीफिकेट की परीक्षा 9 और 10 अप्रैल को ही ली जाएगी। गौरतलब है कि इस वर्ष कोरोना को देखते हुए कैडेट्स की पढ़ाई के लिए एक एनसीसी एप जारी किया गया था। कैडेट्स ने पूरे साल इसी एप के माध्यम से पढ़ाई की। कैडेट्स के प्रैक्टिकल विषयों की तैयारी के लिए बीते माह शहर में एनसीसी शिविरों का आयोजन किया गया। अलग अलग स्थानों पर आयोजित शिविरों में कैडेट्स को होने वाली परीक्षाओं के लिए पूरी तैयारी कराई गई। अब जबकि एक बार फिर कोरोना का संक्रमण बढने से परीक्षाओं का होना फिर से असमंजस में आ गया है। जबलपुर से रायपुर के बीच चलेगी इंटरसिटी देश का पहला पूर्ण विद्युतीकृत जोन बनने वाले पश्चिम मध्य रेलवे जोन मुख्यालय जल्द ही रायपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस से जुड़ेगी। इस ट्रेन का रेलवे बोर्ड ने टाइम टेबल जारी कर दिया है। जानकारी के अनुसार जबलपुर-गोंदिया ब्रॉडगेज चालू होने के बाद जबलपुर को सीधे छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से जोडने का सपना पूरा होने जा रहा है। इस ट्रेन को दौड़ाने का एप्रूवल जबलपुर मंडल कार्यालय को भेज दिया गया है। एक-दो दिनों में तारीखों की भी घोषणा हो जाएगी। अभी जबलपुर से रायपुर के बीच में अमरकंटक एक्सप्रेस, इंदौर-बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस कटनी होकर संचालित हो रही हैं। इन ट्रेनों का रूट लंबा होने की वजह से ब्रॉडगेज से इंटरसिटी संचालित करने की अर्से से मांग उठ रही थी। जबलपुर से रायपुर के बीच संचालित होने वाली ये ट्रेन कुल नौ स्टेशनों पर रुकेगी। सात घंटे में सफर पूरा होगा। सुपारी दे पिता की हत्या कराई, बेटे सहित 5 गिरफ्तार जबलपुर में रिश्तों में धोखे के बाद बेटे ने पिता की हत्या करा दी। बेटे ने अपनी पत्नी को पिता के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। इस पर उसने 4 दोस्तों को पिता की हत्या के लिए सुपारी दे दी। यही नहीं, हत्या के बाद शव को सड़क किनारे जंगल में डीजल डाल कर जला भी दिया गया था। इसके बाद बेटे ने थाने में पिता की गुमशुदगी भी दर्ज करा दी, लेकिन जांच-पड़ताल के दौरान उसकी पत्नी के बयान पर पुलिस को शक हो गया और हत्याकांड का खुलाया हो गया। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। ट्रेन पलटाने की बड़ी साजिश नरसिंहपुर जिले में ट्रेन को पलटाने की बड़ी साजिश रची गई थी। पटरी पर 300 एमएम का लोहे का एक टुकड़ा रखकर ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त करने की तैयारी थी। लेकिन रफ्तार कम होने की वजह से इटारसी-छिवकी एक्सप्रेस बच गई। सिर्फ एक बोगी पटरी से उतर गई। घटना जबलपुर-इटारसी रेलखंड पर नरिसंहपुर के बोहानी रेलवे स्टेशन के पास की है। पश्चिम मध्य रेलवे (पमरे) जीएम ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। आरपीएफ ने भी अलग से टीम गठित की है। घटना स्थल और रेल पटरी के आसपास रहने वाले संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। 8 अप्रैल से चलेगी जबलपुर-हबीबगंज के बीच इंटरसिटी रेलवे ने जबलपुर से हबीबगंज के बीच संचालित इंटरसिटी को आठ अप्रैल से चलाने का निर्णय लिया है। आठ स्टेशनों पर इसका ठहराव दिया गया है। 17 कोच की ये ट्रेन होगी। हबीबगंज से रोज सुबह 5.10 बजे रवाना होगी और सुबह 10.30 बजे जबलपुर पहुंचेगी। वहीं जबलपुर से दोपहर में 3.50 पर रवाना होकर रात 9.55 बजे हबीबगंज पहुंचेगी। होशंगाबाद, इटारसी, पिपरिया, गाडरवारा, करेली, नरसिंहपुर, श्रीधाम, मदनमहल में इस इंटरसिटी का स्टॉपेज दिया गया है। इस ट्रेन को होशंगाबाद व मदनमहल में दो-दो मिनट का स्टॉपेज दिया गया है। वहीं इटारसी में 10 मिनट ट्रेन रुकेगी। अन्य स्टेशनों पर एक-एक मिनट का स्टॉपेज दिया गया है।