1 कोरोना महामारी से एक ओर जहां भय का माहौल बना हुआ है वहीं दूसरी ओर लोग अब इस बीमारी से लडऩे के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से भी तैयार भी हो रहे हैं। नकारात्मक माहौल में सकारात्मक बात यह है कि कोरोना को हरा चुके लोग अब दूसरों की जान बचाने के लिए प्लाज्मा डोनेट करने सामने आ रहे हैं। जबलपुर में पुलिस विभाग के जवान भी इस मुहिम में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। यही वजह है कि खुद सीएम शिवराज सिंह और प्रदेश के डीजीपी जबलपुर पुलिस की तारिफ करने के लिए खुद रोक नही पाए है,इसी अच्छे कामो में ओमती थाने में पदस्थ आरक्षक अतुल राज ने एक कोविड पॉजिटिव गंभीर महिला की जान बचाने के लिए प्लाज्मा डोनेट किया है। 2 जबलपुर की पुलिस एक बात फिर कोरोना मरीजो के लिए देवदूत साबित हुई है जहाँ आनन फानन में एक निजी अस्पताल में खत्म हुई ऑक्सीजन की न सिर्फ दूसरे अस्प्ताल से व्यवस्था की बल्कि उसे अस्प्ताल तक पहुँचाया,कहा जा रहा है कि पुलिस के इस काम से आज कई मरीजो की जान बच गई.. 3 कोरोना संक्रमण ने ऐसा कहर ढाया है कि शासन- प्रशासन की रात की नींदे उड़ गयी हंै। यही वजह है की सरकारी अमला रात दिन कोरोना संक्रमण को रोकने में लगा हुआ है जबलपुर में भी कोरोना सक्रमण ने कुछ ऐसा कहर जिले में बरपाया है की सरकारी अमला आफिसों में दिखाई नहीं दे रहा है। जिला कलेक्टर आफिस में एक युवक को अपनी शादी के लिए प्रशासन की अनुमति चाहिए थी जब वह आफिस पहुंचा तो आफिस में एक परिंदा भी नजर नहीं आ रहा था। कलेक्टर आफिस में एक भी अधिकारी और कर्मचारी का आता पता नहीं है। 4 कोरोना संक्रमण के चलते बिजली कर्मचारियों में भय व्याप्त है। फील्ड पर काम कर रहे कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण व मास्क न दिए जाने से इनमें आक्रोश भी व्याप्त है। कर्मचारियों का कहना है कि भरी दोपहरी बिना सुरक्षा उपकरण के विद्युत पोल पर चढ़कर काम करने मजबूर हो रहे हैं। इस संबंध में तकनीकी कर्मचारी संघ के हरेंद्र श्रीवास्तव, शशि उपाध्याय, मदन पटेल का कहना है कि पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के द्वारा 16 अप्रैल को 20 लाख 82 हजार रुपए आवंटित किए गए हैं, जिसमें प्रत्येक कार्यपालन अभियंता को 3-3 हजार रुपए देने के आदेश दिए गए थे जिससे वे अपने कर्मचारियों को मास्क व सेनिटाइजर खरीद कर देंगे, मगर 13 दिन बीतने के बाद भी अभी तक किसी कर्मचारी को सेनिटाइजर व मास्क का वितरण नहीं किया गया है। 5 कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लागू किए गए लॉकडाउन का पालन कराने के लिए चौराहों पर पुलिस का सख्त पहरा है और सड़क पर निकलने वालों से घर से निकलने की वजह पूछी जा रही है। सही वजह नहीं बताने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। इस दौरान एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने खुद मोर्चा सँभाला और चौराहों पर खड़े होकर राहगीरों से पूछताछ की और फालतू घूमने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। सूत्रों के अनुसार लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहे इसके लिए जिले में करीब 38 चैक पॉइंट्स बनाए गए हैं। 6 शहर के निजी अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर का वीडियो बनाकर वायरल करना एक महिला को भारी पड़ा। अस्पताल प्रबंधन की शिकायत पर ओमती पुलिस ने महिला के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच में लिया है।जानकारी के अनुसार 22 अप्रैल को सिटी अस्पताल में स्वाति तिवारी नाम की महिला पिता का इलाज के लिए लेकर पहुंची थी। वहां महिला के पिता का सीटी स्कैन कराने के लिए कहते हुए कोविड की आशंका व्यक्त की थी। इसी पर स्वाति तिवारी विफर गई थी। वीडियो में स्वाति तिवारी ने डॉक्टर का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। 7 कोरोना का भयावह रूप दिखाने के बाद संक्रमण की रफ्तार में मामूली सुधार दिखने लगा है। पिछले छह दिनों में संक्रमित होने वाले और ठीक होने वालों की संख्या भी इसकी ओर इशारा कर रही हैं। छह दिनों से लगातार कोरोना को हराने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है। जानकारी के अनुसार 24 अप्रैल से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में सुधार दिख रहा है। इसकी एक बड़ी वजह लॉकडाउन को माना जा रहा है। यही कारण है कि अब लॉकडाउन 13 मई तक बढ़ाने की तैयारी में प्रशासन है। 8 देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते रेलकर्मी भी तेजी से संक्रमण का शिकार होते जा रहा हैं, जिसका सीधा असर ट्रेनों के परिचालन पर पड़ रहा है. बड़ी संख्या में लोको पायलट्स और अनेक रेलकर्मियों के कोरोना संक्रमित होने से ट्रेनों के संचालन की लिये स्टाफ की कमी हो गई है. जिसे देखते हुए पमरे प्रशासन पश्चिम मध्य रेल से चलने वाली कई स्पेशल ट्रेनों को आगामी आदेश तक के लिए निरस्त करने का निर्णय लिया है. बढ़ते संक्रमण और लॉकडाउन वाले शहरों से यात्रियों न निकलने की वजह से इन ट्रेनों का संचालन करने में पमरे को कठिनाई आ रही थी। 9 नेताजी सुभाष चन्द्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर की द्वितीय वर्ष स्नातकोत्तर की छात्रा डाक्टर साधना वर्मा को कोविड वार्ड में सेवाएं देने के लिए नियुक्त किया गया है। उसी दौरान सिंगरौली में निवासरत उनके पिता राजकुमार वर्मा ;आयु 55 वर्ष व माता शीला देवी वर्मा आयु 53 वर्ष कोरोना से संक्रमित हो गये। डॉक्टर साधना वर्मा के माता-पिता की देखभाल के लिए सिंगरौली में कोई नहीं था ऐसे में उनके समक्ष दुविधा की स्थिति उत्पन्न हो गयी कि आखिर कोविड-19 से जूझ रहे माता-पिता की देखरेख कैसे की जाए। ऐसी विपरीत परिस्थितियों में धैर्य व संयम का परिचय देते हुए उन्होंने अपने माता.पिता को जबलपुर बुलाने का निर्णय लिया। यहां आने के बाद उन्होंने मेडिकल के कोविड वार्ड में एडमिट कर अन्य मरीजों की सेवा के साथ माता.पिता के प्रति अपने दायित्व को भी निभाया। 10 कुंडम के घुघरा के पास लगुन से लौट रही ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से दो की मौत हो गई। वहीं 25 लोग घायल हो गए। घायलों में 10 की हालत गंभीर बनी हुई है। लगुन में गए लोगों ने बताया कि ड्राइवर ने नशे में भी था। आरोपी ट्रेक्टर चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब्त कर लिया गया है।