क्षेत्रीय
15-Dec-2020

1. नक्सली समस्या से प्रभावित बालाघाट में अब पुलिस ने ऑन लाईन फ्राड एंकर- करने वालों पर लगाम कसने का ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है। इसी के साथ ही नक्सली मूवमेंट को देखते हुये ऐसे तमाम कदम पुलिस प्रशासन उठा रहा है जिससे नक्सलियों की कमर तोडऩे में मदद मिलती है। यह कहना है एसपी अभिषेक तिवारी का, वे ईएमएस टीवी से खास बात कर रहे थे। ओपनिंग पीटूसी- नरेंद्र जायसवाल बाईट- अभिषेक तिवारी, एसपी वीओ- इधर ऐसे तमाम मामले जिनमें हत्या, हत्या के प्रयास और दूसरी तरह की गंभीर वारदात हैं उनको ट्रेस कर उनके आरोपियों को पकडऩे की तरफ भी पुलिस खास ध्यान दे रही है। बाईट- अभिषेक तिवारी, एसपी क्लोसिंग पीटूसी- - 2 बालाघाट नगर के आम्बेडकर चौक समीप इतिहास पुरातत्व संग्रहालय के बाजू में दुकानदारों द्वारा किये गये अतिक्रमण को हटाने १५ दिसम्बर को नगरपालिका के अमले द्वारा कार्यवाही की गई। नपा के कर्मचारियों द्वारा अतिक्रमण हटाने कार्यवाही करने के पूर्व कुछ दुकानदारों द्वारा अपना ठेला व अतिक्रमण स्वयं हटाना प्रारंभ कर दिया था। इसके पूर्व भी नपा के द्वारा इस जगह से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही कर दुकानदारों को इस जगह दुकान नहीं लगाने हिदायत दी गई थी। लेकिन दुकानदारों द्वारा पुनरू अतिक्रमण कर दुकान लगाने पर नपा द्वारा अतिक्रमण हटाने नोटिस दिया गया था। 3 कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बस ऑपरेटरों ने जो दावे.वादे किए थे कमाई के चक्कर में वह भूल गए। हालांकि बस ऑपरेटर एसोसिएशन ने कोरोना की रोकथाम के लिए संकल्प लिया था और यह दावा किया था कि बिना मास्क के यात्रियों को नहीं बैठाएंगे यदि किसी यात्री के पास मास्क नहीं है तो किराये में १० रुपये अतिरिक्त लेकर बसों में ही मास्क उपलब्ध कराएंगे। लेकिन कुछ ही दिनों में ऑपरेटर ,ड्राइवर कंडक्टर यह संकल्प भूल गए। आलम यह है कि बसों में यात्री तो दूर खुद ड्राइवरए कंडक्टर तक मास्क नहीं लगा रहे हैं। सैनिटाइजेशन यात्रियों के बीच पर्याप्त दूरी के नियमों की भी धज्जियां उड़ाई जा रही है। 4 कहा जाता है कि हर किसी व्यक्ति को प्रदेश के मुख्यमंत्री और जिला पंचायत सीईओ का नाम तो चलेंगा लेकिन शिक्षा जगत के गुरू की बात करें तो हर कोई सोचेंगा कि जो शिक्षक दूसरो का भविष्य सवारता है जिसे आज यह नही मालूम नही है कि प्रदेश का मुख्यमंत्री और बालाघाट जिला पंचायत सीईओ कौन है। जो एक समझ से परे है। हम बात कर रहे है कि बालाघाट जिले की जहां की सभी शासकीय स्कुलो में आज भी प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और जिला पंचायत सीईओं रजनी सिंह का नाम लिखा गया है। ज्ञात हो कि प्रदेश मे कांग्रेस की सरकार बदले हुए ८ माह बीत चुके है फिर भी आज जिले की शासकीय स्कुलो में मप्र शासन के एक बोर्ड में प्रदेश के मुख्यमंत्री और जिला पंचायत सीईओ का नाम नही बदला गया बल्कि शिक्षको के द्वारा अनदेखा किया गया। 5 सरकारी दफ्तरों में अधिकारी कर्मचारियों की गणना पूरी हो चुकी है। पूर्व के वर्षों और पिछले साल की तुलना में इस बार प्रथम श्रेणी अधिकारियों की संख्या में सिर्फ ५ अधिकारी ही बड़ेे हैं। वहीं तृतीय श्रेणी कर्मचारियों की संख्या में भी वृद्धि देखने मिली है। खास बात यह है कि पुरूषों की तुलना में महिला कर्मचारी की तुलना में पुरूष अधिकारी ज्यादा हैं। राज्य शासन के स्तर पर होने वाली विभिन्न विभागों की भर्तियां खुलने से आने वाले दिनों में कर्मचारियों की संख्या बढऩे की उम्मीद जागी हैं। पिछले दस साल के भीतर ऐसे दर्जनों विभाग है जिनमें कर्मचारी-अधिकारी सेवानिवृत्त होते गए। 6 अवैध मदिरा विनिर्माण परिवहन व विक्रय के रोकथाम हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत मंगलवार को जिला आबकारी अधिकारी विनोद खटीक के मार्गदर्शन में सोमवार को छापेमारी कार्यवाही की गई। जिसमे ग्राम गर्रा मे मन्नू पिता सरवन के रिहायशी मकान से लगभग २५ लीटर कच्ची शराब जप्त की गई । इसके बाद ग्राम गर्रा मे ही तीन तालाबों के किनारे अलग अलग स्थानो से 20 बोरिया मे भरा हुआ लगभग 400 महुआ लाहन बरामद किया। जप्त शराब की कीमत लगभग 3750 रुपये एंव महुआ लाहन की कीमत लगभग 28 हजार रुपये है । 7 शासन की योजना अंतर्गत बैगा जनजाति की महिलाओं को भरण पोषण के लिये हर माह १००० रूपये प्रदान किया जाता है। लेकिन आज भी इस योजना का लाभ आदिवासी क्षेत्रों की कुछ बैगा महिलाओं को नहीं मिल रहा है। जो योजना की राशि पाने के लिये पंचायत व शासकीय कार्यालयों के चक्कर काट रहे है। मंगलवार को परसवाड़ा क्षेत्र के ग्राम पंचायत छपरवाही के ग्राम टंटाटोला की आधा दर्जन बैगा महिलाओं ने कलेक्टर कार्यालय पहुंच भरण पोषण योजना की 1000 रूपये पेंशन राशि प्रदान करने की मांग की है। 8 बैहर थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले कान्हा कारीडोर के मलखेड़ी में पिछले ६ नवम्बर को हुई पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में महिला नक्सली शारदा उर्फ पुज्जे मारी गई थी। जिसके संदर्भ में कलेक्टर दीपक आर्य की ओर से न्यायिक दंडाधिकारी जांच करायी जा रही हैं। जिसके लिये बैहर एसडीएम गुरूप्रसाद को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया हैं। जिसमें किसी के पास साक्ष्य या दावा व आपत्ति प्रस्तुत करने के लिये अपील की गई थी और उसके लिये 14दिसम्बर की अंतिम तारीख नियत थी। इस मुठभेड़ को लेकर आपत्ति पेश करने की अंतिम तारीख में पूर्व सांसद कंकर मुंजारे बैहर एसडीएम न्यायालय पहुंचें थे। जहां पर उन्होने मलखेड़ी की घटना को लेकर पुलिस की कार्यवाही को फर्जी व मनगढ़त बताया हैं। इस संदर्भ में मुंजारे ने बैहर में स्थानीय पत्रकारों के साथ पत्रकारवार्ता कर इस घटनाक्रम को लेकर विस्तृत जानकारी दी


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