जामसांवली स्थित श्री चमत्कारिक हनुमान मंदिर लॉक डाउन के कारण बीते डेढ़ साल से बंद था।अब मंदिर खुलने के 1 माह के अंदर ही दानदाताओं द्वारा मंदिर को 22 लाख 38 हजार रुपए का दान किया जा चुका है। लॉकडाउन के बाद मंदिर के प्रति लोगों की आस्था में बढ़ोतरी हुई है।हालांकि मंदिर परिसर में कोरोना प्रोटोकॉल के तहत ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है। फिलहाल जामसावली मंदिर में श्रद्धालुओं की 50 प्रतिशत गिरावट आई है।लेकिन दान के मामले में बढ़ोतरी होना किसी चमत्कार से कम नहीं है।गौरतलब हो कि जिले का जामसावली मंदिर काफी प्रसिद्ध है यहां पर दर्शन करने मध्य प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र क्षेत्र से भी लोग आते हैं। मंदिर व्यवस्था समिति के प्रभारी हीराजी कारोकार ने बताया कि लॉकडाउन के पहले मंदिर की दान पेटी में लगभग 15 लाख रुपए आया करता था।लेकिन बीते डेढ़ साल से मंदिर बंद था।अब जब मंदिर खुला है,तो 1 माह के अंदर ही 22 लाख 38 हजार रुपए श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर में दान किए गए हैं।जबकि अभी 50 फ़ीसदी से भी कम लोग मंदिर में दर्शन के लिए आ रहे हैं। भूत प्रेत बाधा होती है दूर:- छिंदवाड़ा में स्थित जामसावली मंदिर काफी प्रसिद्ध है ऐसा मत है कि इस मंदिर में आने वाले लोगों की भूत प्रेत बाधाएं दूर हो जाती है।मंदिर के पुजारी पंडित धनराज दुबे ने बताया कि चमत्कारी हनुमान मंदिर में जो लोग आते हैं उनकी शारीरिक और भूत प्रेत की बाधाएं दूर हो जाती है।मंदिर परिसर में हनुमान जी की नाभि से निकलने वाला जल श्रद्धालुओं को पीने के लिए दिया जाता है।इस पवित्र जल को ग्रहण करने से उन्हें सारे शारीरिक रोग और भूत-प्रेत की बातों से छुटकारा मिल जाता है। दान से बन रहा विशालकाय मंदिर:- मंदिर व्यवस्था समिति के प्रभारी हीराजी कारोकार पटेल ने बताया कि जामसावली मंदिर का निर्माण किसी भी राजनीतिक पार्टी के सहयोग अथवा फंड से नहीं हो रहा है।शासन की तरफ से कोई भी बजट मंदिर को नहीं दिया गया है।अभी तक मंदिर में लगभग 5 करोड़ रुपए निर्माण कार्य में लग चुके हैं। 21 करोड़ रुपए का बजट मंदिर के भव्य निर्माण के लिए प्रस्तावित है।दानदाताओं की मदद से मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है।