क्षेत्रीय
18-Oct-2021

1 उत्तराखंड में पिछले 2 दिनों से लगातार हो रही बारिश से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। आलम यह है कि पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश के चलते भूस्खलन का सिलसिला जारी है। वहीं प्रदेश की स्थितियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम पंहुचे। जहां मौजूद अधिकारियों से प्रदेश की स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस आफत की बारिश के चलते अभी तक 3 लोगों की मौत हुई है और 2 लोग घायल हैं। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। साथ ही भारी बारिश के चलते चंपावत के एक गांव में छत गिर जाने से महिला की मौत हो गई है। बाकी प्रदेश में स्तिथिया अभी फिलहाल सामान्य है। सीएम ने कहा कि वो खुद प्रदेश की स्थितियों पर नजर बनाए हुए हैं। साथ ही कहा कि चार धाम यात्रा पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। कल देर शाम तक केदारनाथ धाम में करीब 6000 श्रद्धालु मौजूद थे। जिसमें से 4000 श्रद्धालु नीचे आ गए हैं। सभी अधिकारियों को व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने के निर्देश दिए गए है। 2 उत्तराखंड राज्य के पहली निर्वाचित सरकार के मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय पंडित नारायण दत्त तिवारी की जयंती पर आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीएम आवास में पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। 3 लालकुआ में बीतें 24 घंटे से दिन से हो रही पहाड़ों में भारी बरसात के चलते कुमाऊं की सबसे बड़ी गौला नदी उफान पर है गौला नदी के उफान के चलते नदी के किनारे रहने वाले ग्रामीण चिंतित हैं ग्रामीणों की माने तो गौलानदी उफान के चलते किसानों की भूमि की कटान शुरू हो गया है ग्रामीणों का कहना है कि नदी के उफान के चलते नदी के किनारे रहने वाले ग्रामीण अक्सर दहशत में रहते हैंउन्होंने कहा कि जमीन का कटान रोकने के लिए बनाए गए तटबंध भी नदी के तेज बहाव में बह गए हैं ऐसे में नदी लगातार किसानों की जमीनों को काटने में लगी हुई है ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि चौनल बनाकर गोला नदी का रुख बीचोंबीच किया जाए नहीं तो गोला नदी अपने आगोश में किसानों के सैकड़ों एकड़ कृषि भूमि को समा लेगी। 4 चमोली जिले के पहाड़ी छेत्रों में वेस्टर्न डिस्टरबेंस का जबरदस्त असर देखने को मिल रहा है,देर शाम से जोशीमठ छेत्र की बिजली गुल होने के साथ साथ मौसम के बदले मिजाज से जन जीवन थम गया है,सीमांत जोशीमठ छेत्र की नीति-माणा घाटी के निचले इलाकों में लगातार बारिश और ऊपरी हिमालयी छेत्रों में बर्फ बारी होने से शीत लहर का प्रकोप बढ़ गया है,बद्रीनाथ धाम में सतोपंथ नारायण पर्वत चरण पादुका वशुधरा के आस पास की चोटियों में बर्फबारी होने से देव धाम कड़ाके को ठण्ड की चपेट में है, 5 धारचूला में रविवार से लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है । दारमा वैली में बर्फ सुबह 6रू30 से लगातार बर्फ पड रही है ।वहीं दुसरी तरफ लिपूलेख मार्ग दो जगह मलघाट ,ओर गरभा धार में बन्द होगया है साथ ही सभी क्षेत्रों में कुटी ,गुजीं ,रोगकोग ,में भारी बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त होगया है ।गांव वासीयों कि आलू ,कि फसल इत्यादि बर्फ की भेट चढ़ गयी है ।वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन ने बीआरओ, आइटीबीपी, एस एस बी,सभी लोगों को अलर्ट मूड में रखा गया है । संवेदन शील जिला पिथोरागढ़ का तहसील धारचूला है जहां लगातार बर्फ ओर निचले क्षेत्रों मैं बारिश जोरो पर है । 6 उत्तराखंड के नैनीताल जिले के पहाड़ों पर पिछले 24 घंटे से लगातार बरसात हो रही है। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद जगह-जगह भारी बरसात के साथ-साथ पहाड़ों पर मलबा सड़कों पर आ रहे हैं । जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने लोगों को बेवजह पहाड़ों की ओर नहीं जाने के निर्देश भी जारी किए हैं उसके बावजूद भी लोग जान जोखिम में डालकर पहाड़ों पर सैर सपाटा कर रहे हैं। सोमवार सुबह नैनीताल जिले के वीरभट्टी पुल में भारी मात्रा में मलबा आ जाने से जहां रानीखेत अल्मोड़ा जाने वाले यात्रियों को नैनीताल होते हुए जाना पड़ रहा है। मलबा आने से कई जगह पर रास्ते बंद हो गए हैं वही वीर भट्टी पर भारी मलबा आने से एक कार और ट्रक मलबे की चपेट में आ गए हैं, जिसे जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की टीम निकालने में जुटी हुई है। 7 बीजेपी के केंद्रीय नेताओं के उत्तराखंड में लगातार दौरे तय किये गए हैं। इसके तहत पार्टी के कई बड़े चेहरे उत्तराखंड में रणनीति के तहत पहुंच रहे हैं। कांग्रेस ने बीजेपी के केंद्रीय नेताओं के उत्तराखंड आने को लेकर कटाक्ष किया है। 8 बारिश का कहर एक बार फिर किसानों पर आफत बनकर टूट रहा है इस बार किसानों की खड़ी हुई लहलहाती धान की फसल बारिश की भेंट चढ़ गई है। किसानों को जंहा इस फसल से मुनाफे की उम्मीद थी वंही इस बारिश ने उनकी सारी उमीदों पर पानी फेर दिया हैयउत्तराखंड में बिती रात से हो रही बारिश ने किसानों को बेहद परेशान कर दिया हैयधान की फसल तैयार है वंही बारिश की वजह से धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है


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