क्षेत्रीय
09-Mar-2021

एंकर- छतरपुर व्यवस्था में बैठे भ्रष्ट अधिकारी किसी की परेशानी को समझे बगैर संवेदनहीन होकर अपने खेल में लगे रहते हैं। सोमवार को छतरपुर में हुई लोकायुक्त की एक कार्यवाही के दौरान रिश्वत का ऐसा ही घिनौना खेल उजागर हुआ जिसमें शिक्षा विभाग के बीआरसीसी लखन लाल सिसौदिया को 10 हजार रुपए की रिश्वत के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया। उनके साथ सहयोग करने वाले बाबू कृष्णदत्त भार्गव पर भी कार्यवाही की गई है। अधिकारियों के द्वारा एक निजी स्कूल संचालक से आरटीई के तहत स्कूलों को दी जाने वाली गरीब बच्चों की फीस की फाइल को आगे बढ़ाने में एक साल से आनाकानी की जा रही थी। स्कूल संचालक का भाई बीमार था और उसे इलाज के लिए रखी रकम भी जब रिश्वत में दिए जाने की नौबत आन पड़ी तो उसने लोकायुक्त का सहारा लिया और साहब को पकड़वा दिया।


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