क्षेत्रीय
06-Mar-2022

डाली दमाहे हत्याकांड के ११ आरोपियों का हुआ खुलासा, पुलिस ने किया नाम जारी बालाघाट। गत २८ फरवरी को बब्बर सेना के अध्यक्ष डाली दमाहे के साथ शिव बारात के दौरान हुए विवाद के चलते रात १.३० बजे घर में घुसकर हमलावरों ने चाकू से वार कर दिया था। जिससे वह गंभीर रूप से घायल होने पर उसे गोंदिया अस्पताल उपचार के लिए ले जाया गया था। जहां उसकी ३ मार्च को मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी संजीव उर्फ भाऊ अग्रवाल को गिरफ्तार की वहीं ६ मार्च को पुलिस ने १० आरोपीयों के नामों की सूची जारी कर दी है संजीव उर्फ भाऊ अग्रवाल नर्मदा नगर, अविनाश लिल्हारे गायखुरी, उमेश उर्फ बबलु बोरीकर गायखुरी, रियाज मोहम्मद गायखुरी, हेमंत तुफान कोसमी, विरेंद्र उर्फ वीरू सूर्यवंशी नर्मदा नगर, महेश बिसेन गायखुरी, प्रथम बैस नर्मदा नगर, संदीप कावरे गायखुरी, उदय आमाडारे नर्मदानगर, हर्ष वाघाड़े शामिल है। इस मामले में पुलिस ने यह बताया की गिरफ्तार हुए आरोपी भाऊ अग्रवाल के ऊपर हत्या सहित पांच अपराध पंजीबद्ध है और विरू सूयवंशी पर हत्या का प्रयास मारपीट सहित १५ से अधिक अपराध पंजीबद्ध है। हालांकि इनके पास से चाकू, बेसबाल बेल्ट, लाठी एवं डंडे भी जप्त किए है। इसी मामले में पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया है कि आरोपीयों को गिरफ्तार किया जा चूका है। जिन्हे न्यायालय में पेश किया जायेगा। बब्बर सेना प्रमुख डाली दमाहे की हत्या के विरोध में आरोपियों की गिर तारी की मांग को लेकर ७ मार्च को बालाघाट जिला बंद करने का निर्णय रविवार को आयोजित सर्व समाज की बैठक में लिया गया है। अखिल भारतीय लोधी महासभा अध्यक्ष उ मेद लिल्हारे के नेतृत्व में आ बेडकर चौक समीप स्थित उद्यान में सर्व समाज के पदाधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया था। जिसमें सभी समाज के पदाधिकारियों ने डाली म मा को श्रद्धाजंलि देते हुए सभी आरोपियों की गिर तारी कर उन्हें कड़ी सजा दिलाने एवं पुलिस द्वारा पुलिस पर हमला करने व शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने में करीब १५० लोगों पर मामला बनाया गया उसे वापस लेने की मांग शासन-प्रशासन से की है। वारासिवनी तहसील के अंतर्गत ग्राम कोस्ते में रविवार की दोपहर खेत में तेंदुआ के दिखने पर ग्रामीणों में काफी दहशत का माहौल पैदा हो गया और इसी बीच तेंदुआ घबराकर खेत की ओर भाग निकला जहां अपनी जान बचाने के लिए पेड़ पर चढ़ गया। पेड़ पर चढ़े तेंदुए को देखने के लिए भारी भीड़ का शैलाब उमड़ पड़ा और वन प्राणी के संबंध में वन विभाग को सूचना दी गई। जिस पर वन विभाग की टीम पहुंचकर तेंदुए को पेड़ से नीचे उतारा हालाकि उक्त तेंदुए ने किसी प्रकार की जन हानि नहीं की है।


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