क्षेत्रीय
13-Apr-2021

शहर के पश्चिम विधानसभा से कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री तरुण भनोट का महिला आरक्षक से विवाद का वीडियो वायरल हो रहा है। जानकारी के मुताबिक बिलहरी के पास चैकिंग के दौरान रोके जाने पर विधायक द्वारा महिला कॉन्स्टेबल से कथित तौर पर बदतमीजी की गई। इतना ही नहीं विधायक ने फोन पर टीआई सहदेव साहू को ये तक कहा कि इस महिला और उसके साथ मौजूद दो पुलिस कर्मियों को सस्पेंड नहीं कराया तो तुम्हारी ऊपर शिकायत करूंगा। वायरल वीडियो में प्रधान आरक्षक लक्ष्मी बेन ने पूर्व मंत्री भनोट से कहा कि हम अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। लॉक डाउन लगने के बाद जबलपुर में भी पूरा मार्केट बन्द है। शराब दुकाने भी पूरी तरह बंद है। लॉक डाउन में कुछ लोग शराब का अवैध धंधा भी कर रहे हंै। जबलपुर की घमापुर पुलिस ने जीसीएफ क्वाटर में दबिश देकर गप्पू राजपूत नामक व्यक्ति के पास से 400 शराब के पाव बरामद किए है। पुलिस ने अवैध शराब बेचने वाले आरोपी गप्पू राजपूत को मौके से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है जबकि उसका दूसरा साथी भागने में कामयाब हो गया है। पुलिस का कहना है जबलपुर में वीकेंड लॉक डाउन के बाद 12 अप्रैल से दस दिनों के लिए लॉक डाउन लगा दिया गया है। कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए लगाए गए इस लॉक डाउन को कोरोना कफ्र्यू का नाम दिया गया है। कोरोना कफ्र्यू लगने से आम जन जीवन प्रभावित हो रहा है। औद्योगिक और व्यापार को नुकसान उठाना पड़ रहा है। इन्ही सभी बातों को ध्यान मे रखते हुए भगवा मलंग संघ द्वारा मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया। ज्ञापन में मुख्यमंत्री से माँग कि गई कि कोरोना संक्रमण के चलते जो लॉक डाउन लगाया गया वो उचित नही है जबलपुर में बढ़ते कोरोना प्रकोप को लेकर लॉक डॉउन की अवधि बढ़ाये जाने व जिला प्रशाशन ने लॉक डॉउन के दौरान कुछ व्यपारियो को छूट दिए जाने को लेकर रांझी व्यापारी संघ ने सोमवार को 8 से 2 बजे की छूट के दौरान शासन प्रशासन के खिलाफ लॉक डॉउन को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए जमकर नारे बाजी की ,,और अपनी अपनी दुकानों को खोलने की प्रशाशन से मांग की,, आक्रोशित रांझी के व्यापारी संघ ने विरोध करते हुए कहा कि यह जिला प्रशासन की तानाशाही है। उनका कहना है कि सभी व्यापारी वर्ग पूर्व में आये कोरोना से टूट चुका है उनकी आर्थिक स्थिति बिल्कुल खराब हो चुकी ह। जैसे तैसे दुकान खोलकर रोजी रोटी चल रही थी। उन्हें साथ जुड़े वर्कर्स को भी सैलरी देनी पड़ती है लेकिन अचानक से लॉक डॉउन करने का निर्णय सही नही है देश मे कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। कोरोना सक्रमण के चलते सरकारों को भी सख्त कदम उठाने पड़ रहे हैं । देश की सरकारों ने कोरोना संक्रमण की चैन तोडऩे के लिए लॉक डाउन लगा रखा है। लॉक डाउन लगने से गरीब मजदूर की रोजी रोटी पर बहुत बड़ा असर पड़ा है। लॉक डाउन लगने से व्यापार और काम बंद पड़े हुए है काम न होने की वजह से मजदूर अब शहरों से पलायन कर रहे है। जबलपुर में भी कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते लॉक डाउन लगा हुआ है। चैत्र नवरात्र की प्रतिपदा मंगलवार से जगतजननी की आराधना का महापर्व शुरू हो गया। कोरोना के कारण कई मंदिरों में भक्तों के प्रवेश के लिए प्रतिबंध रहा। हालांकि पट खुले रहने से भक्तों ने दूर से मां अंबे के दर्शन किए। ज्यादातर मंदिर प्रबंधकों ने पहले ही सूचना लगा दी थी कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए घर पर ही आराधना करें। शहर के प्राचीन मंदिरों में नवरात्र पर्व पर नौ दिनों तक मेला भरता था। कोरोना के कारण पिछले वर्ष की तरह इस बार भी मेला नहीं भरेगा। भानतलैया स्थित बड़ी खेरमाई मंदिर, तेवर स्थित त्रिपुर सुंदरी मंदिर, बरेला स्थित शारदा मंदिर में पर्व के दौरान मेला भरता था जहां लोग पूजन सामग्री के अलावा बच्चों के खिलौने लेते थे। मंदिरों में जहां लोग परिवार के साथ पूजन-अर्चन करने पहुंचते थे वे भी इस बार नहीं पहुंच पाएंगे। ज्यादातर लोगों ने सुरक्षा को देखते हुए घर पर ही आराधना का निर्णय लिया है। रोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया गया है इस वजह से न सिर्फ शिक्षा बल्कि शोध सहित दूसरे अन्य काम भी बंद कर दिए गए हैं। इस दौरान नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर के अंतर्गत आने वाले प्रदेश के पांच वेटरनरी डिप्लोमा कॉलेज एवं तीन डिग्री कॉलेज के छात्रों की मांग को विश्वविद्यालय ने मान लिया है। छात्रों की मांग थी कि परीक्षाओं को फिलहाल स्थगित कर दिया जाए और इन्हें ऑफलाइन कराने की बजाय ऑनलाइन कराया जाए। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए एक ओर जहां शारीरिक दूरी का संदेश दिया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर जीआरपी इस संदेश को दरकिनार करते हुआ चोरी के दो आरोपितों को एक हथकड़ी में बांधकर पैदल कोर्ट से जेल तक ले गई। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि दो आरोपित में से एक कोरोना पॉजिटिव था और दूसरा निगेटिव। जीआरपी की यह हरकत सामने आई है तो जबलपुर रेलवे स्टेशन के जीआरपी थाना प्रभारी एसके नेमा का कहना था कि आरोपितों को जिस गाड़ी से ले जाना था वह खराब हो गई थी। इस वजह से उन्हें पैदल जेल तक ले जाया गया। रेलवे ने यात्रा करने यात्रियों को आगाह करते हुए कहा है कि बहुत जरूरी होने पर ही ट्रेनों में सफर करें. अगर सफर कर रहे हैं तो कोरोना से बचाव के तरीकों का पूरी तरह से पालन करें. रेलवे स्टेशनों पर भीड़ न बढ़ाएं, जिसे सफर करना हो, केवल वही यात्री स्टेशन पहुंचे. रेलवे मंत्रालय ने कहा कि मौजूदा समय पैसेंजरों को देखते हुए तमाम समर स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं. लेकिन कोरोना के बढ़ते मामालों को देखते हुए केवल वही लोग ही सफर करें, जिन्हें यात्रा करना अति आवश्यक है. सफर के दौरान पैसेंजर लावरवाही न बरतें. कोविड गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन करें. प्लेटफार्म पर भी अनावश्यक भीड़ न बढ़ाएं हाई कोर्ट ने एक याचिका का इस निर्देश के साथ पटाक्षेप कर दिया कि कलेक्टर खंडवा तीन माह के भीतर माइनिंग लीज व क्रेशर को लेकर निर्णय लें। इससे पूर्व याचिकाकर्ता व दूसरे पक्ष को नियमानुसार सुनवाई का अवसर दिया जाए। इसके बाद उपलब्ध तथ्यों के आधार पर समुचित आदेश जारी किया जाए। मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद रफीक व जस्टिस संजय दि्वेदी की युगलपीठ के समक्ष मामले की सुनवाई हुई। इस दौरान जनहित याचिकाकर्ता सर्व अादिवासी समाज विकास एवं सुधार समिति, खंडवा के सदस्य लक्ष्मण केल्डे की ओर से अधिवक्ता डीके मेलानी ने पक्ष रखा। उन्हाेंने दलील दी कि नगीनचंद नामक व्यक्ति को माइनिंग लीज व क्रेशर लगाने के लिए अनुमति दी गई है


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