क्षेत्रीय
छतरपुर समीप ग्राम बगौता के रहने वाले रमेश कुशवाहा की पत्नि ललिता को प्रसव पीड़ा के कारण 108 एंबुलेंस की मदद से जिला अस्पताल लाया गया लेकिन प्रसूता ने अस्पताल के दरवाजे पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। इस दौरान करीब आधा घंटे तक जच्चा-बच्चा को न तो कोई नर्स देखने आयी और न ही डॉक्टर ने पहुंचकर जानकारी ली। अस्पताल की लापरवाही से जच्चा-बच्चा की जान पर खतरा हो सकता था।