1. जिला मुख्यालय जबलपुर से 35 किमी दूर घुघरी गांव के पास मंगलवार सुबह आठ बजे सड़क हादसा हुआ। तेज रफ्तार लोडिंग वाहन सड़क किनारे खाई में पलट गया। वाहन में 36 मजदूर सवार थे। 27 घायल हो गए। सभी को मेडिकल पहुंचाया गया तो वहां स्ट्रेचर तक नहीं मिला। ऐसे में एएसआई ने पीठ पर लाद कर घायलों को वार्ड तक पहुंचाया।57 साल के एएसआई संतोष सेन का एक हाथ कुछ साल पहले एनकाउंटर के दौरान खराब हो चुका है। इसके बाद भी उसने घायलों की पीड़ा महसूस करते हुए उन्हें पीठ पर लाद कर वार्ड तक पहुंचाने में जी जान लगा दिया। 10 की हालत नाजुक बताई जा रही है। हादसे के बाद ड्राइवर और क्लीनर फरार हो गए। वाहन में 12 वर्ष की उम्र से लेकर 60 वर्ष की वृद्ध महिलाएं और पुरुष सवार थे। सभी कोहला से शहपुरा मटर तोडने जा रहे थे। 2. शहर के संवेदनशील सघन रहवासी क्षेत्र में शामिल शहर के ठक्करग्राम क्षेत्र में अवैध तैयार कर शहर मे सप्लाई किये जा रहे थे। इस अवैध कारोबार का खुलासा सोमवार की रात करीब 12.45 बजे पुलिस की छापामार कार्रवाई में हुआ। हैरानी की बात यह है कि मौत का सामान बनाने वाले इसी कारखाने से विगत माह सीएए एनआरसी को लेकर मचे बवाल के दौरान प्रदर्शनकारियों को शहर की शांति व्यवस्था भंग करने के लिए हाइटेक आधुनिक गुलेल बेची गई थी। गोहलपुर सीएसपी अखिलेश गौर के नेतृत्व में ठक्करग्राम पहुंची पुलिस ने घर के भीतर अवैध हथियारों का कारखाना चला रहे ठक्करग्राम निवासी शहनवाज उर्फ रवि अंसारी पिता रज्जब को गिरफ्तार कर लिया।गोहलपुर सीएसपी गौर ने बताया कि शहनवाज द्वारा चलाई जा रही अवैध फैक्ट्री में 150 से ज्यादा तलवारों का जखीरा होने की सूचना मिली थी। स्टेट बार चेयरमैन पद के लिए रहेगी कांटे की टक्कर 3. एक तरफ वरिष्ठ अधिवक्ता रामेश्वर नीखरा और शिवेंद्र उपाध्याय हैं तो दूसरी तरफ वरिष्ठ अधिवक्ता मनीष दत्त सहित अन्य नई ऊर्जा के प्रतिनिधि। मुकाबले में कोई किसी से कम नहीं। 25 निर्वाचित सदस्यों में से खुद को मिलाकर 13 को अपनी तरफ करते ही स्टेट बार चेयरमैन का ताज सिर पर होगा। यह एक बड़ी उपलब्धि होगी। ऐसा इसलिय क्योंकि यह पद समग्र राज्य के एक लाख वकीलों के नेता का होता है, जिसकी बात मुख्यमंत्री तक सुनते हैं। हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक वकेलों प्रभावी दखल हो जाता है। सभी जिला बार के पदाधिकारियों के बीच महत्व बढ़ जाता है। यही वजह है कि इस पद को अधिक प्रतिष्ठित होने की कुंजी मानकर कवायद तेज कर दी गई है। सभी गट पूरा जोर लगा रहे हैं। जिनको दोनों तरफ अच्छा बना रहना है, वे पशोपेश में हैं। एक उम्मीद नई कार्यकारिणी में स्थान बनाने की भी है। मसलन, उपाध्यक्ष कौन होगा? अन्य समितियों में मुख्य कौन बनेगा? इसे लेकर शर्त थोपकर समर्थन का वादा जारी है। एक लाख कमीशन नहीं दिया तो कर देंगे हत्या 4. प्लाट की खरीद फरोख्त में एक लाख रुपये कमीशन व मारपीट के प्रकरण में राहत पाने के लिए पुलिस थाने में खर्च हुए लगभग 60 हजार रुपये दो वरना जान से मार देंगे। यह धमकी ग्वारीघाट क्षेत्र निवासी एक बिल्डर के घर में घुसे हथियारबंद बदमाशों ने दी। रकम न मिलने पर बदमाश सोफा पर रखे करीब 18 हजार 500 रुपये लेकर भाग गए। बिल्डर ने ग्वारीघाट थाने में बदमाशों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही घर में लगे सीसीटीवी कैमरे के वीडियो फुटेज भी पुलिस को सौंपे है। जिला अदालत परिसर में कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने एडवोकेट वॉरियर्स रहेंगे सक्रिय 5. मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के आदेशानुसार आगामी 23 नवम्बर से जिला अदालत में प्रायोगिक कामकाज का शुभारंभ होगा। मार्च से कोर्ट बंद था, सिर्फ सीमित सुनवाई समय-समय पर हो रही थी। आठ माह बाद परिसर की पुरानी रंगत लौटेगी। चूंकि अभी कोविड संकट विद्यमान है, अतरू किसी तरह की लापरवाही खतरनाक हो सकती है। इसे मद्देनजर रखकर जिला बार परिसर में एडवोकेट वॉरियर्स की सक्रियता के लिए प्रतिबद्ध है। यह जानकारी जिला बार, जबलपुर के अध्यक्ष अधिवक्ता सुधीर नायक और सचिव अधिवक्ता राजेश तिवारी ने दी। पुस्तकालय सचिव अधिवक्ता अमित कुमार साहू ने बताया कि सबसे पहले जनहीत याचिका उन्हीं ने दायर की थी। उसी जनहित याचिका पर हाई कोर्ट ने विभिन्न दिशा-निर्देश जारी किए थे। पूर्व में उन्होंने समूचे अदालत परिसर से लेकर आसपास माइक-बॉक्स सहित जागरूकता का प्रसारण भी किया था। उसी की पुनरावृत्ति करेंगे। साथ ही प्रत्येक अधिवक्ता और पक्षकार को मास्क, सैनिटाइजर और शारीरिक दूरी का पाठ याद दिलाते रहेंगे। खाद्य पदार्थों की नियमित होगी जांच 6. खाद्य पदार्थों की निगरानी के लिए दल गठित किए जाएंगे। खाद्य पदार्थो की जांच भी नियमित रूप से होगी। संभागायुक्त कवींद्र कियावत ने सोमवार को इस संबंध में खाद्य अधिकारियों को निर्देश दिए। इसमें कहा गया है कि जांच से संबंधित साप्ताहिक रिपोर्ट दें। जिले के बाहर से आने वाली खाद्य सामग्री की विशेष रूप से जांच की जाए। हर जिले में विशेष निगरानी दल भी गठित किए जाए और लगातार छापामार कार्रवाई भी होती रहे। कियावत ने निर्देश दिए कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी सभी दुकानों का माह में एक बार जरूर निरीक्षण करें और आम जनता की शिकायत होने पर तुरंत कार्रवाई करें। सभी जिलों में कंप्लेंट के लिए अलग से एक नंबर जारी किया जाए, जिस पर शिकायत की जा सके। दीप पर्व बाद अब छठ की तैयारी 7. दीवाली के बाद अब लोग छठ पूजा की तैयारी में जुट गए हैं। शहर में खास तौर पर उत्तरप्रदेश और बिहार से जुड़े वे परिवार, जो हर साल इस पर्व का बड़े ही उत्साह से मनाते हैं। दरअसल छठ पूजा की शुरुआत दो दिन पहले चतुर्थी तिथि को नहाय खाय से होती है। इसके बाद पंचमी को लोहंडा और षष्ठी को छठ पूजा होती है, जिसमें सूर्य देव को शाम का अध्र्य अर्पित होगा। इस साल छठ पूजा 20 नवंबर शुक्रवार को मनाई जाएगी। छठ पूजा सूर्य देव की आराधना तथा संतान के सुखी जीवन की कामना के लिए मनाई जाती है। इस त्योहार को कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है, जहां छठ पूजा का व्रत 18 तारीख से नहाय खाय के दिन शुरू होगा। इसके बाद इसे छठ पूजा के दिन सूर्योदय अध्र्य के बाद खोला जाएगा। तिथि के अनुसार छठ पूजा 4 दिनों की होती है, जिसमें बहुत कुछ होता है। व्रत रखने वाले जल स्रोतों और नदियों के घाटों में रतजगा भी करेंगे। पांच साल पहले तय होगा कि किस पॉवर प्लांट का कब होगा मेंटेनेंस 8. बिजली की बढ़ती डिमांड को देखकर अब पॉवर प्लांट को बंद चालू करना आसान नहीं होगा। इनका मेंटेनेंस या सुधार का काम भी योजना बनाकर होगा। एक-दो माह नहीं बल्कि पांच साल पहले ही हर प्लांट की देखरेख का ब्लू प्रिंट दस्तावेजों में तैयार हो जाएगा। अभी नेशनल थर्मल पॉवर कार्पोरेशन इसी तर्ज पर काम करती है। जिसे मप्र पॉवर जनरेशन कंपनी भी अपनाने जा रही है। इसे कोर प्लान कहा जाता है। प्रमुख सचिव उर्जा संजय दुबे ने पिछले दिनों मप्र पॉवर जनरेशन कंपनी की समीक्षा में कोर प्लानिंग पांच साल की करने के निर्देश दिए। कंपनी के प्रबंध संचालक मनजीत सिंह का कहना है कि उनके स्तर पर इसकी योजना बनाई गई थी। पॉवर प्लांट का योजना बनाकर मेंटेनेंस करने से वक्त कम खर्च होता है इसके अलावा खर्च में भी कमी होती है। कंपनियों को भी यह जानकारी होती है कि कब कौन पॉवर प्लांट बंद होगा। अभी हर साल मेंटेनेंस का काम होता है। मशीनों में तकनीकी खराबी आने के बाद उसे सुधार किया जाता हैं इसमें समय अधिक और पैसा दोनों खर्च होता है। पुरानी पास व्यवस्था पर ही कर सकेंगे सफर 9. पश्चिम मध्य रेलवे सहित देशभर के रेल कर्मचारियों के लिए यह राहत भरी खबर है, उन्हें मिलने वाले पास पीटीओ की पुरानी व्यवस्था को फिर से बहाल करने का निर्णय लिया गया है. सोमवार 16 नवम्बर को रेलवे बोर्ड ने इससे जुड़ा आदेश भी जारी कर दिया. फिलहाल 31 दिसंबर तक रेल कर्मचारी पहले की तरह पास पीटीओ की सुविधा ले सकेंगे. इस मामले को वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) ने एआईआरएफ के माध्यम से रेलवे बोर्ड पर इस व्यवस्था को लागू करने की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग की थी.डबलूसीआरईयू के जबलपुर मंडल सचिव नवीन लिटोरिया व मंडल अध्यक्ष बीएन शुक्ला ने बताया कि पास-ध्पीटीओ के आनलाइन दिये जाने की व्यवस्था लागू करने से काफी व्यवहारिक परेशानियां सामने आ रही थीं. जिसे देखते हुए डबलूसीआरईयू के महामंत्री मुकेश गालव ने एआईआरएफ के माध्यम से रेलवे बोर्ड पर दबाव बनाया, जिसके बाद रेलवे बोर्ड ने 31 दिसम्बर 2020 तक पुरानी व्यवस्था को ही बहाल कर दिया है. आज 48 नये कोरोना मरीज मिले. 10. कोरोना से स्वस्थ होने पर सोमवार 16 नवम्बर को 28 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है । वहीं बीते चैबीस घण्टे के दौरान मिली 1 हजार 351 सेम्पल की परीक्षण रिपोर्ट्स में कोरोना के 48 नये मरीज सामने आये हैं । आज डिस्चार्ज हुये 28 व्यक्तियों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना के संक्रमण से मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 12 हजार 584 हो गई है और रिकवरी रेट कम होकर 93.70 प्रतिशत हो गया है । कल रविवार की शाम 6 बजे से आज सोमवार की शाम 6 बजे तक बीते चैबीस घण्टे के दौरान आये 48 कोरोना संक्रमितों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या 13 हजार 429 हो गई है । बीते चैबीस घण्टे के दौरान कोरोना से किसी भी व्यक्ति की मृत्यु की रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है । जबलपुर में कोरोना से मृत होने वाले मरीजों की संख्या 213 ही है । जबलपुर में कोरोना के एक्टिव केस बढ़कर 632 हो गये हैं । आज कोरोना टेस्ट हेतु 1 हजार 338 व्यक्तियों के सेम्पल लिये गये हैं ।