कुंडलपुर - मप्र के जैन तीर्थ कुंडलपुर में आयोजित पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के माध्यम से पाषाण से भगवान बनने की प्रक्रिया शुरु हुई हो गई है। इस आयोजन में पाषाण एवं अष्टधातु की लगभग 2000 दिगम्बर जैन मूर्तियों में मंत्रोच्चारण के साथ प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। महोत्सव के दूसरे दिन भक्तामर विधान, पांडाल शुध्दि एवं पात्रों का सकलीकरण किया गया। कल बुधवार को भगवान के गर्भ कल्याणक की धूम रहेगी। मंगलवार को सुबह प्रतिष्ठाचार्य विनय भैया ने भक्तिभाव से भक्तामर विधान कराया। दोपहर में मंत्रोच्चारण के साथ प्रासुक जल से मुख्य पांडाल की शुद्धि की गई। सभी पात्रों की भी शुद्धि की गई। पात्रों ने संकल्प लिया कि पंचकल्याणक सम्पन्न होने तक वे सभी प्रकार के विकल्पों का त्याग कर सिर्फ भगवान की भक्ति करेंगे। अनेक पात्रों ने सामर्थ के अनुसार नियम भी लिये।