शिवपुरी जिले के करैरा तहसील में पदस्थ एक महिला पटवारी के देवर मंझा भारती की इलाज ना मिल पाने के कारण गुरुवार को मौत हो गई। महिला पटवारी पहले अपने देवर की तबीयत खराब होने के बाद शिवपुरी के एक निजी चिकित्सालय ले गई लेकिन वहां इलाज नहीं मिला तो वहां से जिला चिकित्सालय रैफर कर दिया गया लेकिन जिला चिकित्सालय में भी व्यवस्था नहीं मिलने पर जब महिला अपने देवर को लौटा कर ले जा रही थी तो इसी दौरान शहर के चिंताहरण मंदिर पहुंची तो वहां पर देवर की मौत हो गई। महिला पटवारी ने बताया कि दो दिन से उनके देवर को बुखार आ रहा था और छाती में दर्द की शिकायत बता रहे थे लेकिन गुरुवार को सही इलाज नहीं मिला तो देवर की मौत हो गई। मृतक को कोरोना जैसे सिम्टम्स थे। लेकिन उन्होंने कोरोना की कोई जांच नहीं करवाई थी। अस्पताल से लौटाए जाने के दौरान चिंताहरण मंदिर के पास उनकी मौत हो गई। महिला पटवारी देवर की लाश ठेले पर रखकर रो रही थी। महिला पटवारी एक घण्टे वहीं खड़ी रही और इस दौरान लाश एक ठेले पर रखी रही। बाद में लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। बाद में फिजिकल थाना पुलिस मौके पर पहुंची।