क्षेत्रीय
13-Nov-2021

छिंदवाड़ा जिले से महज 15 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम जमुनिया में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत जिला पंचायत सीईओ हरेंद्र नारायण के मार्गदर्शन में किसानों द्वारा नवाचार करते हुए मक्का की फसल निकालने के बाद उसका जो कड़वा बचा है।उसे जलाने की जगह अब खाद बनाई जा रही है। जमुनिया पंचायत छिंदवाड़ा जिले की पहली ऐसी ग्राम पंचायत बनने जा रही है जिसने अपने क्षेत्र में वायु प्रदूषण कम करने के लिए सबसे सकारात्मक कदम उठाया है। यहां पर ग्रामवासियों द्वारा सामूहिक रूप से पराली को जलाने की बजाय इसकी खाद बनाने के लिए पराली को एक जगह एकत्रित किया जा रहा है। बाईट - हरेंद्र नारायण , सीईओ , जिला पंचायत स्वच्छ भारत मिशन से प्रेरित ग्रामीण अरविंद उसरेठे ने बताया कि उन्होंने स्वच्छता के महत्व को समझते हुए पूरे जमुनिया ग्राम में स्वच्छता की एक नई मुहिम चलाई है। जिसके अंतर्गत ग्राम के किसान भी इस मुहिम से जुड़ गए हैं। बाईट - अरविंद उसरेठे, ग्रामीण पराली जलाने की जगह इससे 500 ट्रॉली खाद बनाने का लक्ष्य जमुनिया ग्राम पंचायत द्वारा रखा गया है। किसानों द्वारा खेतों में पराली जलाने की जगह अब इसे रोकने उद्यानिकी की खाली जमीन में भेजा जा रहा है जहां पर अरविंद उसरेठे और उनके साथियों के द्वारा इस पराली का उपयोग खाद बनाने के लिए किया जा रहा है एक अनुमान के मुताबिक यहां पर लगभग 15 लाख रुपए की खाद बनेगी। बाईट - मेहताब सिंह पटेल,किसान स्वच्छ भारत मिशन के जिला परियोजना समन्वयक सुधीर कृषक ने बताया कि जमुनिया ग्राम ओडीएफ प्लस बनाने के लिए प्रस्तवित है। चूंकि सामुदायिक पहल आवश्यक होती है इसके लिए ग्रामीणों को जागरूक किया गया है।गौरतलब है कि छिंदवाड़ा जिले में कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने पर्यावरण संरक्षण और लोक व्यवस्था को बनाये रखने के उद्देश्य से जिले में फसल अवशेष नरवाई में आग लगाने पर प्रतिबंध लगाया हैं।


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