1 जहरीली शराब से होने वाली मौतों, शराब के अवैध कारोबार को रोकने और शराब कारोबारियों के सिंडीकेट को खत्म करने के मकसद से आज से प्रदेश सरकार ने शराब खरीदने पर बिल देना अनिवार्य कर दिया है... जिसके तहत आज आबकारी विभाग का अमला शराब दुकान जाकर सरकार के नए फैसले का पालन कराने सुबह से ही मुस्तैद दिखा...तो वहीं मदिरा प्रेमियों के चेहरे एमआरपी पर शराब मिलने के बाद खिले नजर आए...इसके अलावा शराब की दुकान के बाहर बिल लेना अनिवार्य और आबकारी अधिकारी का नंबर भी लिखवाया गया है....ताकि दुकानदार बिल या कैश मेमो नहीं देता है,तो शराब खरीदी वाला आबकारी अधिकारी के फोन पर शिकायत दे सकता है... 2 श्री वैष्णोदेवी यात्रा सेवा समिति जबलपुर ने कोरोना संक्रमण के चलते वैष्णो देवी यात्रा स्थगित कर दी है। पिछले दो साल से ये यात्रा कोरोना संक्रमण के चलते स्थगित है। सेवा समिति का कहना है 16 सालों से सेवा समिति श्रद्धालुओ को वैष्णोदेवीं की यात्रा विशेष ट्रैन से करा रहा है। पिछले साल से कोरोना संक्रमण के चलते यात्रा को विराम दिया है। 3 युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.वी श्रीनिवास ने जबलपुर के राघवेंद्र गौतम को मध्यप्रदेश युवक कांग्रेस का प्रदेश प्रवक्ता बनाया है । प्रदेश प्रवक्ता की सूची जारी होने के बाद मालवीय चौक पर युवक कांग्रेस कार्यकर्त्ताओ ने मिठाई बांटी और राघवेंद्र गौतम को बधाईया दी। कार्यकर्ताओ ने इस मौके पर कहा कि प्रदेश प्रवक्ता की नियुक्ति होने के बाद प्रदेश में रोजगारी और मंहगाई के खिलाफ यूथ कांग्रेस आवाज उठाएगी 4 नशीले इंजेक्शन के कारोबार मे लिप्त आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है ... उसके कब्जे से पुलिस को 30 नशीले इंजैक्शन भी मिले है जिसे जप्त करते हुए कार्यवाही की गई है.. गढा थाना प्रभारी राकेश तिवारी ने मीडिया को इसकी जानकारी दी । 5 जबलपुर लोकायुक्त ने संभागीय पेंशन कार्यालय में दबिश देकर सहायक पेंशन अधिकारी चेतन्य सराफ को 19 हजार रिश्वत के साथ दबोच लिया। बुधवार 01 सितंबर को लोकायुक्त ने ये कार्रवाई शाम 4 बजे के लगभग की। आरोपी ने ये रकम शिक्षकों के सेवा पुस्तिका में 7वें वेतनमान का अनुमोदन करने के एवज में मांगी थी। गिरफ्त में आए आरोपी ने कहा कि वह रिश्वत की रकम अधिकारियों के कहने पर लेता था। 6 जबलपुर में निजी प्लाट पर बनाए गए धार्मिक चबूतरा को लेकर विवाद सामने आया है। प्लाट मालिक उसे बेचने वाला है। उसने प्लाट की बाउंड्री करानी चाहा तो मोहल्ले के लोगों ने रोक दिया। विवाद बढ़ा तो प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मदनमहल पुलिस पहुंची। इसके बाद विवाद का हल निकाला गया। समित को धार्मिक आयोजन के लिए एसडीएम ने वैकल्पिक जगह बता दी है।