बालाघाट। मध्यप्रदेश शासन के राज्य मंत्री आयुष स्वतंत्र प्रभार एवं जल संसाधन विभाग रामकिशोर कावरे ने ६ दिसंबर को किरनापुर तहसील के अंतर्गत ग्राम पिपरझरी के शासकीय आयुर्वेद औषधालय का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं को देखा। मंत्री श्री कावरे ने पिपरझरी के शासकीय आयुर्वेद औषधालय के निरीक्षण के दौरान वहां के प्रभारी को निर्देशित किया कि वे अस्पताल की सेवाओं का लाभ आम जनता को अधिक से अधिक उपलब्ध करायें। आयुर्वेद औषधालय में सभी व्यवस्थायें बेहतर होना चाहिए और साफ.सफाई अच्छी होना चाहिए। आयुष मंत्री श्री कावरे ने यह भी निर्देश दिए कि सभी ग्रामीण एवं आम जन अपने घरो मे १६ प्रकार की औषधीय एवं मसाले के पौधे लगायें। सभी लोगों को अपने आस पास लगे आयुर्वेदिक पौधे के नाम पता होने चाहिए । बालाघाट। चांगोटोला क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मोहगांव बरखो में पेयजल की किल्लत से परेशान है ग्राम के ४० परिवार जिनमें अधिकतर निवासरत आदिवासी परिवारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है पेयजल के लिए पीएचई विभाग के द्वारा हैंडपंप तो वार्ड वासियों को उपलब्ध कराया गया परंतु समय -समय पर ना तो पीएचई विभाग के कर्मचारियों के द्वारा देखरेख की जा रही है और ना ही हैंडपंप का मेंटेनेंस का कार्य किया जाता है। इस संबध में ग्रामीणों ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल के समय लगभग ७ माह पूर्व ही पानी की किल्लत की समस्या से पीएचई विभाग को अवगत कराया गया था परंतु आज तक पीएचई विभाग के नुमाइंदे नहीं पहुंचे और ना ही नल बन पाया । बालाघाट/तिरोड़ी। तिरोड़ी के कुरई ब्लॉक की ग्राम पंचायत जटाम के अन्तर्गत आने वाले वनग्राम हाथीगढ़ में चल रही सफेद पत्थर की खदान जो ठेेकेदार के द्वारा द्वारा चलाई जा रही है। जिसमें ठेकेदार के द्वारा माईनिंग नियमो का उल्लघन कर सरेआम धज्जियां उड़ाने का कार्य करते हुए देखा रहा है। जबकि ठेकेदार के द्वारा उस स्थान पर कार्य करने वाले मजदूरों के पास न बूट हैं न ही हेलमेट न ही बहुमुल्य आंखेा को बचाने वाले चश्में है। बालाघाट। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के गर्रा केंन्द्र में मृदा दिवस के उपलक्ष्य में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र से आए हुए नागरिको ं को मिट्टी के महत्व के बारे में बताया गया। बालाघाट सेवाकेन्द्र संचालिका माधुरी बहनजी ने अपने वक्तव्य में कहा पहले किसान १ बार बोआई करता और ७ बार कटाई करता था। मिट्टी में इतनी शक्ति होती थी की कुछ भी रासायनिक खाद डालने की आवश्यकता नही होती थी। लेकिन लोभ वश जैसे कि कहानी सुनते है कि अधिक सोने के अण्डे के लालच में व्यक्ति मुर्गी से हाथ धो बैठता है ठिक इसी प्रकार से आज कम मेहनत, अधिक उत्पादन की ओर लगे हुए है अनाज की क्वालिटी किस प्रकार की है उस पर ध्यान नही दे रहे है । जनपद पंचायत परसवाड़ा के अंतर्गत ग्राम पंचायत अमवाही के ग्राम फंडकी के नाले में सन् 2019 से पुलिया निर्माण कार्य कराया जा रहा था जो की फंडकी ग्राम को मानपुर एवं मानपुर टोला से जोड़ता है जो वर्तमान में बंद पड़ा है यह निर्माण कार्य अफजल खान, पंकज जैन एवं गुप्ता नामक बैहर के ठेकेदारों के द्वारा कराया जा रहा था जिसमें उसी नाले की रेत निकाल कर उसी नाले की पुलिया निर्माण कराया जा रहा था जबकि उस नाले की रेट में अभ्रक मिट्टी होने के कारण उस नाले की रेत का उपयोग सीमेंट कार्य में नहीं किया जा सकता फिर भी ठेकेदारों द्वारा नाले की घटिया रेत से पुलिया का निर्माण कार्य आधा किया जा चुका है तथा बचे हुए निर्माण कार्य को कराने हेतु उसी नाले की घटिया क्वालिटी की रेत को निकाल कर उसी नाले के ऊपर डंप किया गया है । बालाघाट । संविधान के रचयिता डॉ. भीमराव आ बेडकर का ६५ वां महापरिनिर्वाण दिवस ६ दिसंबर को जिले भर में आस्थापूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर सुबह से ही बौद्ध अनुयायियों व अन्य सामाजिक संगठनों के द्वारा नगर मुख्यालय स्थित आम्बेडकर चौक पहुंच डॉ. बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धाजंलि दी। इस दौरान बाबा साहब अमर रहे के जयघोष भी किया गया।