विश्व आदिवासी दिवस पर जुटे हजारो आदिवासी विश्व आदिवासी दिवस और अगस्त क्रंति के उपलक्ष्य में छतरपुर के बिजावर के हथनी टोर पर आयोजित दो दिवसीय आदिवासी लोकत्सव और प्रकृति चिंतन के पहले दिवस आदिवासी लोकोत्सव में लगभग दो सैकड़ा से ज्यादा गांव से हजारों आदिवासी समाज और देश के कई राज्यों के पर्यावरणविद शामिल हुए। सभी ने एक जुट होकर बकस्वाहा और केन बेतवा लिंक प्रभावित जंगल सहित अपने जंगलों को बचाने व छतरपुर जिले में उपस्थित पाषाणकालीन शैलचित्रों को विश्व धरोहर घोषित करने की मांग उठाई। कार्यक्रम के दौरान शैलचित्रों की खोज व शोध कार्य के लिए प्रोफेसर एस.के. छारी, प्रोफेसर जेपी शाक्य, एम.एस खरे, सोना आदिवासी आदि का विशेष सम्मान किया गया। कार्यक्रम में आदिवासी परंपरागत गीतों पर लोकनृत्य की प्रस्तुति की गई।